
भोपाल। मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री विजय शाह की मुश्किलें अब और बढ़ती नजर आ रही हैं। सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी के बाद अब उनके खिलाफ विशेष जांच दल (SIT) की जांच शुरू होने जा रही है।
दरअसल, एक कार्यक्रम के दौरान विजय शाह ने सेना की पूर्व अधिकारी कर्नल सोफिया को ‘आतंकियों की बहन’ कह दिया था। उनके इस विवादास्पद बयान ने न केवल राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी, बल्कि कानूनी विवाद भी खड़ा कर दिया।
मामले में पहले ही मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने FIR दर्ज करने का आदेश दिया था, जिसे चुनौती देने विजय शाह सुप्रीम कोर्ट पहुंचे। लेकिन वहां से भी उन्हें राहत नहीं मिली। कोर्ट ने न केवल उनके माफीनामे को खारिज किया, बल्कि यह तक कह डाला कि “ये माफी है? ऐसी भाषा में कोई माफी मांगता है क्या?”
सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार को आदेश दिया कि विजय शाह के बयान की जांच के लिए SIT का गठन किया जाए, जिसमें एक महिला अधिकारी और IG रैंक का अधिकारी जरूर शामिल हो।
अदालत के निर्देशों का पालन करते हुए मध्य प्रदेश पुलिस ने IG प्रमोद वर्मा, DIG कल्याण चक्रवर्ती और SP वाहिनी सिंह को इस टीम में शामिल किया है। खास बात यह है कि ये तीनों अधिकारी मध्य प्रदेश कैडर के हैं, लेकिन मूल रूप से राज्य के बाहर के रहने वाले हैं।
SIT को अपनी जांच रिपोर्ट 28 मई तक सुप्रीम कोर्ट में जमा करनी होगी।
राजनीतिक गलियारों में अब यह सवाल गूंज रहा है कि क्या विजय शाह की मंत्री पद पर पकड़ बनी रहेगी या यह मामला उनके करियर पर गहरी चोट करेगा?