भोपाल। मालेगांव विस्फोट मामले में सभी सात आरोपियों को बरी किए जाने के बाद भारतीय जनता पार्टी की पूर्व सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर पहली बार भोपाल पहुंचीं। भोपाल में उनका जोरदार स्वागत किया गया, जहां ढोल-नगाड़ों के साथ फूल-मालाएं पहनाकर उनका अभिनंदन किया गया और मिठाइयां बांटी गईं। इस मौके पर उन्होंने कई तीखे और विवादित बयान दिए।
मीडिया से बात करते हुए साध्वी प्रज्ञा ने कहा, “हिंदू कभी आतंकवादी नहीं होता, आतंकवाद का रंग हरा होता है।” उन्होंने यूपीए सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर उन्हें फंसाने की कोशिश की गई। उनका कहना था कि हिन्दू सबके लिए शुभ चाहता है, इसलिए वह आतंकवादी हो ही नहीं सकता।
उन्होंने भगवा आतंकवाद की अवधारणा को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि यह फैसला हिन्दुत्व और भगवा की जीत है। उन्होंने कहा, “सत्यमेव जयते” केवल शास्त्रों की बात नहीं, अब न्यायालय के फैसले से भी सिद्ध हो गया है।
ठाकुर ने यह भी दावा किया कि जांच के दौरान उन्हें शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना दी गई। उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने उन पर कई बड़े नाम लेने का दबाव बनाया, लेकिन उन्होंने झूठ नहीं बोला। हालाँकि, एनआईए की विशेष अदालत के 1036 पन्नों के फैसले में उनके इन दावों का कोई उल्लेख नहीं है। अदालत ने उनके यातना के आरोपों को खारिज कर दिया है।
गौरतलब है कि 2008 में मालेगांव में हुए विस्फोट में छह लोगों की मौत और 101 लोग घायल हुए थे। विशेष अदालत ने 30 जुलाई को यह कहते हुए सभी आरोपियों को बरी कर दिया कि उनके खिलाफ कोई ठोस और विश्वसनीय सबूत नहीं हैं।