भोपाल। जबलपुर के चौथा रेल पुल के पास रहने वाले एक वृद्ध की इंटरनेट मीडिया पर एक युवती से पहचान हुई, जिसने खुद को एनआरआई बताया। शुरुआत में दोनों के बीच संदेशों का आदान-प्रदान हुआ, और धीरे-धीरे उनकी बातचीत गहराने लगी। युवती ने वृद्ध को मिलने के लिए भारत आने की बात कही और विश्वास बढ़ाने के लिए उपहार भेजने का दावा किया। इसके बाद उसने भारत आने के लिए टिकट भेजने को कहा। कुछ समय बाद युवती ने दावा किया कि वह दिल्ली विमानतल पर केंद्रीय उत्पाद एवं सेवा शुल्क बोर्ड के अधिकारियों द्वारा पकड़ी गई है। उसने बताया कि उसके पास 55 लाख रुपये का सोना और डॉलर हैं और अधिकारियों ने उसे छोड़ने के एवज में पैसे मांगे हैं।
युवती की बातों और फोटो पर विश्वास करते हुए वृद्ध ने उसके बताए खातों में पैसे भेजना शुरू कर दिया। इस दौरान उसने अलग-अलग खातों में कुल 53 लाख रुपये से अधिक जमा करा दिए। इसके बावजूद जब और पैसे मांगे गए तो वृद्ध ने मना कर दिया। इसके बाद युवती और उसके साथियों ने वृद्ध को ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया। उन्होंने वृद्ध को धमकी दी कि अगर और पैसे नहीं भेजे तो उनकी बातचीत और संदेशों को इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित कर दिया जाएगा।
ब्लैकमेलिंग से वृद्ध अवसाद में आ गए और उनका स्वास्थ्य बिगड़ने लगा। जब उनकी पत्नी ने उनसे पूछताछ की तो पूरी घटना का खुलासा हुआ। पत्नी को समझ आ गया कि युवती ब्लैकमेल कर रही है। इसके बाद परिवार ने आपस में चर्चा कर मामले की पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस अब फोन, बैंक खातों और युवती व उसके साथियों की पहचान की कोशिश कर रही है। वृद्ध की सतर्कता और परिवार की जागरूकता ने इस धोखाधड़ी को और गंभीर होने से बचा लिया।