कांग्रेस प्रदेश कार्यालय पहुंचे मुकेश मल्होत्रा ने कहा कि चुनाव में उनके नाम की घोषणा के बाद से ही उन्हें डराने-धमकाने की कोशिशें शुरू हो गई थीं। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस विभाग में टीआई और एसडीओपी उनके रिश्तेदार हैं। उन लोगों ने भी उन्हें धमकाया और चुनाव न लड़ने के लिए दबाव बनाया। उन्होंने कहा, “5 करोड़ रुपये का प्रस्ताव दिया गया था। कहा गया कि 2 करोड़ अभी ले लो और बाकी बाद में मिलेंगे। जब मैंने बात नहीं मानी तो डकैतों के जरिए मुझे मारने की साजिश रची गई।”
बीजेपी ने आरोपों को बताया झूठा
बीजेपी ने मुकेश मल्होत्रा के आरोपों को पूरी तरह खारिज कर दिया है। पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने इसे कांग्रेस की सियासी स्टंटबाजी बताया। उन्होंने कहा, “कांग्रेस केवल एक सीट जीतने के बाद श्रेय लेने की होड़ में है। मुकेश मल्होत्रा के आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है।”
कांग्रेस कार्यालय में हुआ स्वागत
कांग्रेस विधायक बनने के बाद मुकेश मल्होत्रा पहली बार प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पहुंचे, जहां उनका गर्मजोशी से स्वागत किया गया। कार्यक्रम में कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने भी बीजेपी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “रामनिवास रावत कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में केवल अपनी कॉलेज की लीज और अवैध मार्केट को बचाने गए थे। जनता ने उनके इस कदम को देखा और विजयपुर उपचुनाव का परिणाम उसी का नतीजा है।”