रायपुर। वक्फ बोर्ड में हालिया संशोधन के बाद बोर्ड की संपत्तियों की जांच और कार्रवाई की प्रक्रिया तेज कर दी गई है। राज्यभर में वक्फ संपत्तियों पर अवैध कब्जा और बेहद कम किराए पर चल रही दुकानों की पहचान की जा रही है। किरायादारों से बाजार दर के हिसाब से किराया वसूलने की तैयारी है। इसके लिए सर्वे कराया जा रहा है, जिसमें नई किराया दर तय कर एग्रीमेंट रिन्यू किए जाएंगे। दिल्ली से विशेषज्ञों की टीम राजधानी पहुंच चुकी है।
राजधानी रायपुर सहित अन्य शहरों में कई मस्जिद परिसरों में बनी दुकानों पर कब्जा है या किराया बेहद कम—महज 300 से 4000 रुपये तक—वसूला जा रहा है, जबकि बाजार दर 10 से 25 हजार रुपये प्रति माह होनी चाहिए। वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. सलीमराज के अनुसार, सभी जिलों में स्थानीय कार्यालय स्थापित किए जाएंगे और निरीक्षण व लेखा कर्मियों की नियुक्ति कर निगरानी बढ़ाई जाएगी।
बोर्ड द्वारा विभिन्न जिलों में एफआईआर भी दर्ज करवाई जा रही है। रायपुर के चरोदा गांव में वक्फ संपत्ति पर कब्जे के मामले में कई लोगों के खिलाफ शिकायत की गई है। मालवीय रोड की करीब 30 दुकानों और एक्सप्रेस-वे की 42 एकड़ में से 12 एकड़ जमीन पर भी कब्जा हो चुका है। बोर्ड ने सभी मामलों में नोटिस भेजने और कानूनी कार्रवाई तेज कर दी है।