रायपुर। छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने मंगलवार को जगदलपुर में आयोजित एक संवाद कार्यक्रम में राज्य के युवाओं से आग्रह किया कि वे माओवाद की असली सच्चाई को समझें और सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को जागरूक करें। ‘माओवाद का विद्रूप चेहरा – बीजिंग से बस्तर तक’ विषय पर आयोजित इस कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि युवाओं को माओवाद के इतिहास, उद्देश्य और इसके दुष्प्रभावों की जानकारी होनी चाहिए।
गृह विभाग संभाल रहे शर्मा ने कहा कि आज सोशल मीडिया एक सशक्त माध्यम है, और युवाओं को इसका इस्तेमाल माओवाद के खिलाफ जानकारी फैलाने के लिए करना चाहिए। उन्होंने चीन के तियानमेन चौक नरसंहार का उदाहरण देते हुए बताया कि माओवाद लोकतंत्र का गला घोंटने वाला विचार है, जो बंदूक की नली से सत्ता प्राप्त करना चाहता है।
शर्मा ने माओवादियों की तुलना चीन की लाल सेना से करते हुए कहा कि जैसे चीन में आम जनता अधिकारों से वंचित है, वैसा ही माओवादी बस्तर में कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भारत में लोकतंत्र की ताकत पंचायतों और जनता के हाथ में है, लेकिन माओवादी इसे छीनना चाहते हैं।
उन्होंने विपक्ष पर भी निशाना साधते हुए कहा कि कुछ लोग गलत सूचना फैलाकर भ्रम पैदा कर रहे हैं कि सरकार बस्तर के संसाधनों को किसी को सौंप देगी। उन्होंने स्पष्ट किया कि बस्तर की जल, जंगल और जमीन बस्तरवासियों की है और विकास ‘बस्तर मॉडल’ के अनुसार होगा।
शर्मा ने माओवादियों द्वारा आदिवासियों की हत्या और हिंसा का भी जिक्र किया और युवाओं से आह्वान किया कि वे बस्तर की खुशहाली के लिए आगे आएं। इस कार्यक्रम में राज्य के वन मंत्री केदार कश्यप, पुलिस अधिकारी सुंदरराज पी और फिल्म निर्देशक सुदीप्तो सेन सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।