उज्जैन। एमपी में एक ऐसा मंदिर जंहा से निकलने वाले लोगों की नजर सहज ही पड़ जाती है, वजह है कि इस मंदिर के बरगद पेड़ पर हजारों की संख्या में टिक टिक करती हुई दीवाल घड़ियां नजर आ जाती हैं, या कोई दीवाल घड़ी का शोरूम नहीं बल्कि उज्जैन जिले में स्थित उन्हेल रोड पर घड़ी वाले बाबा नमक मंदिर है। यहां मान्यता पूरी होने पर भक्त बरगद के पेड़ पर दीवाल घड़ी लगाते हैं।
बढ़ रही है यहां की मान्यता
बताया जाता है कि घड़ी वाले बाबा के प्रति लोगो का विश्वास और आस्था तेजी के साथ बढ़ रही है और यहां भक्तों का ताता लगा रहता है। यहां लोग आकर शीश झुकाते हैं और अपनी मान्यता मांगते हैं। मानता पूरी होने पर बाबा के चबूतरे मंदिर पर स्थित बरगद के पेड़ में दीवाल घड़ी लगते हैं। भक्तों द्वारा लगाई जा रही घड़ियों की संख्या इतनी ज्यादा हो गई है कि पेड़ पर लगाने के लिए जगह तक मिलना मुश्किल हो रहा है।
अगरबत्ती के साथ सिगरेट और चिलम भी
खबरों के तहत घड़ी वाले बाबा मंदिर में कोई पुजारी नहीं है। बस भक्त अपना शीश झुकाकर अगरबत्ती जलाने के साथ ही यंहा सिगरेट और चिलम भी जलते हैं और अपनी मान्यता मांगते हैं, वहीं मान्यता पूरी होने पर दीवाल घड़ी लगाते हैं। पिछले दो से तीन वर्षों में यहां भक्तों की भीड़ ज्यादा हो बढ़ रही और मान्यता लोगों की पूरी होने के कारण दीवाल घड़ी की संख्या भी उतनी ही तेजी से बढ़ रही है। यहां से गुजरने वाले लोगों के लिए पेड़ पर टिक टिक करती दीवाल घड़ियां किसी अद्भुत नजारे से कंम नहीं है। आस्था से भरा हुआ मान्यता पूरी करने वाला यह एमपी के उज्जैन जिले का स्थल काफी रमणिक भी है।