भोपाल। मध्यप्रदेश के इंदौर में आयोजित एमपी ग्रोथ कॉन्क्लेव 2025 में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने ₹30,000 करोड़ से अधिक के निवेश प्रस्तावों का स्वागत करते हुए प्रदेश को ‘भविष्य के शहरों’ के निर्माण की दिशा में अग्रसर बताया। दो दिवसीय सम्मेलन की थीम ‘सिटीज़ ऑफ टुमारो’ रही, जिसमें शहरी विकास, बुनियादी ढांचा, ई-गवर्नेंस और रियल एस्टेट क्षेत्र पर केंद्रित योजनाएं प्रस्तुत की गईं।
कॉन्क्लेव में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के 10 शहरों को स्मार्ट सिटी मॉडल पर विकसित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अब तक ₹50,000 करोड़ के आवासीय प्रोजेक्ट्स के तहत 8.32 लाख घर बनाए जा चुके हैं और 10 लाख निर्माणाधीन हैं। शहरी आवास योजना के तहत नए टाउनशिप और सैटेलाइट सिटी विकसित करने की रूपरेखा भी प्रस्तुत की गई।
शहरों में परिवहन व्यवस्था को सुदृढ़ करने के लिए छह नगरों में 582 इलेक्ट्रिक बसें शुरू की जा चुकी हैं। मेट्रो प्रोजेक्ट, मल्टी-मोडल हब और स्मार्ट ट्रैफिक प्रबंधन पर भी काम जारी है। जल आपूर्ति के लिए 80 प्रतिशत शहरी क्षेत्रों में पाइपलाइन योजना लागू की गई है।
स्वच्छ भारत मिशन के तहत ₹3,562 करोड़ की लागत से कचरा प्रबंधन, सीवरेज ट्रीटमेंट और जल संरक्षण परियोजनाओं पर कार्य होगा। रियल एस्टेट क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए सिंगल विंडो सिस्टम की शुरुआत की गई है।
कॉन्क्लेव के दौरान BISAG‑N, HUDCO और IIM इंदौर सहित विभिन्न संस्थाओं के साथ शहरी योजना और प्रशासनिक प्रबंधन को लेकर समझौते किए गए। मुख्यमंत्री 13 जुलाई से दुबई और स्पेन की विदेश यात्रा पर रवाना होंगे, जहाँ वे निवेशकों से मुलाकात करेंगे और प्रदेश में निवेश के अवसरों को प्रस्तुत करेंगे।