भोपाल। मध्य प्रदेश के शहडोल के सरकारी अस्पताल पर लापरवाही का आरोप लगा है। यहां परिजनों का आरोप है कि नौ दिन का बच्चा उपचार के दौरान जल गया है। वहीं डॉक्टरों ने बच्चे के परिजनों द्वारा लगाए गए आरोपों से इनकार किया है।
मिली जानकारी के मुताबिक, मध्य प्रदेश के शहडोल के एक सरकारी अस्पताल शुक्रवार को एक नवजात बच्चे के परिजनों ने जमकर हंगामा किया। उनका आरोप है कि बच्चा पीलिया के लिए फोटोथेरेपी करने के बाद वह जल गया। पुलिस ने बताया कि सरकारी बिरसा मुंडा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में एक शिशु के परिवार ने इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाकर शुक्रवार को हंगामा किया। हंगामे के बाद नवजात को इलाज के लिए कुशाभाऊ ठाकरे जिला अस्पताल में रेफर कर दिया गया। डॉक्टरों ने इलाज में लापरवाही बरतने के आरोपों से इनकार किया है।
सोहागपुर पुलिस थाने के निरीक्षक भूपेन्द्र मणि पांडे ने बताया कि 23 अगस्त को बिरसा मुंडा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में बच्चे का जन्म हुआ। बच्चे को पीलिया की शिकायत होने पर उपचार के लिए फोटोथेरेपी मशीन में रखा था। उसके बाद बच्चे का चेहरा और पीठ जल गया, जिसके बाद परिवार ने हंगामा किया। परिवार ने दावा किया कि डॉक्टरों ने गलत इलाज किया है।