उज्जैन। जूना अखाड़ा घाट नीलगंगा सरोवर पर रविवार को सनातनी ध्वजा पताका लहराई और साधु संत अपने परंपरा के साथ शहर में निकले। साधु संतों एवं जूना अखाड़ा का नजारा देखते ही बन रहा था। यह पूरा आयोजन सिंहस्थ जैसा नजर आ रहा था। दरअसल जेष्ठ शुक्ल पक्ष की दशमी को गंगा दशहरा का पर्व मनाया गया। इस दौरान जूना अखाड़ा घाट नील गंगा सरोवर पर परंपरा के तहत उत्सव मनाया गया। जिसमें सबसे पहले पेशवाई निकली गई और फिर सैकड़ो साधु संतों के साथ नील गंगा सरोवर में जूना अखाड़ा नील गंगा के देवता को स्नान कराया गया। इस दौरान नील गंगा सरोवर में शाही स्नान हुआ
ज्ञात हो कि जूना अखाड़ा नील गंगा सरोवर में हर वर्ष गंगा दशहरे पर शाही स्नान पेशवाई अभिषेक पूजन और महा आरती के साथ भव्य भंडारा भी आयोजित होता है। उसी के तहत रविवार को यह कार्यक्रम आयोजित किया गया।
साधु संतों ने दिखाया कौशल
गंगा दशहरे की अवसर पर साधु संतों ने अपना कौशल भी दिखाया और उनके कौशल को देखने के लिए उज्जैन के लोग भारी संख्या में सड़कों पर निकले थें, तो इस कार्यक्रम में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव भी शामिल हुए।