इंदौर के चंदन नगर थाना क्षेत्र के बांक में रविवार सुबह बोरे में मिली महिला की पहचान हो गई है। वह एक पेंटर के साथ रहती थी। जहां शव मिला उससे आधा किमी दूर ही किराए के मकान में रहती थी। पहचान के बाद पुलिस ने पेंटर को पकड़ा और उससे पूछताछ की। उसने बताया कि महिला की बीमारी से मौत हो गई थी। उसने शव को दो दिन तक घर में ही रखा। बदबू आई तो अंतिम संस्कार नहीं किया और फेंक दिया। पेंटर के बयान के बाद पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की सच्चाई का पता चलेगा। महिला की उम्र 50 से 55 साल के बीच बताई जा रही है। एडिशनल डीसीपी आनंद यादव के मुताबिक कांग्रेस नेता सोहराब पटेल के घर के यहां रविवार सुबह महिला का बोरे में शव मिला। उसकी पहचान आशा नरगावे निवासी चांद भाई का मकान राज मेडिकल वाली गली के रूप में हुई। प्रारंभिक जानकारी में सामने आया कि वह यहां मदन नरगावे के साथ बिना शादी के कई सालों से रह रही थी। चांद भाई को इस मामले में कॉल किया तो उन्होंने मदन का मोबाइल नंबर दे दिया। इसके बाद पुलिस ने उसकी लोकेशन निकाली और पकड़ लिया।
बीमारी से था परेशान, अंतिम संस्कार के रुपए नहीं
मदन ने बताया कि आशा काफी बीमारी थी। वह बिस्तर से उठ भी नहीं पाती थी। वह काफी परेशान हो गया। गुरुवार रात उसकी मौत हो गई। अंतिम संस्कार के भी रुपए नहीं थे। दो दिन तक शव कमरे में ही रखे रहा। इसके बाद अन्य किरायेदारों ने मकान मालिक को कॉल कर दिया। उसने पूछताछ की तो कहा चूहा मर गया होगा। बाद में अकेले में शव को घर से कुछ ही दूरी पर फेंककर चला गया।
गंगवाल बस स्टैंड पर हुई मुलाकात
पुलिस को जानकारी में आया कि मदन की पहचान आशा नरगावे से गंगवाल बस स्टैंड पर हुई थी। वह मूल रूप से अंजड़ बड़वानी की रहने वाली थी। दोनों साथ में लिवइन में रह रहे थे। एडिशनल डीसीपी के मुताबिक प्राथमिक रिपोर्ट में शरीर पर चोट के निशान नहीं मिले हैं। अभी डॉक्टरों ने सोमवार को शॉर्ट पीएम रिपोर्ट देने की बात कही है। इसके बाद स्थिति स्पष्ट होगी। शव को गलत तरीके से फेंकने को लेकर पुलिस मदद के खिलाफ केस दर्ज कर रही है।