मोबाईल बाजार। आम ग्राहकों को मोबाइल रिचार्ज में अच्छा खासा खर्च का बोझ उठाना पड़ रहा है। ऐसे उपभोक्ताओं को आने वाले समय में मोबाइल रिचार्ज में राहत मिल सकती है। खबरों के तहत भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण ने टेलिकॉम कंपनियों को एक प्रस्ताव भेजा है। जिसके तहत कंपनियों से बिना डाटा वाले केवल व्याएस और एसएमएस वाले रिचार्ज प्लान पेश करने को कहा और इससे ग्राहकों के रिचार्ज का बोझ कंम हो सकता है,
दरअसल ट्राई ने प्रस्ताव में जो आधार रखा है उसके तहत वर्तमान में मोबाईल रिचार्ज, प्लान के तहत आ रहे हैं। जिसमें डेटा, व्याएस, एसएमएस और ओटीटी सर्विसेज शामिल होती है और यह सभी सब्सक्राइबर की जरूरत में नही होते है।
अभी भी बहुतायत संख्या में ग्राहक ऐसे हैं जो सभी तरह की ऐसी सेवाओं का उपयोग नहीं करते और उन्हें प्लान में भुगतान करना पड़ रहा। बहुत से उपभोक्ता स्मार्टफोन का उपयोग नहीं कर रहे हैं वे केवल बेसिक फोन उपयोग में ला रहे हैं। ऐसे यूजर्स ओटीटी सर्विसेज और डाटा का उपयोग नहीं करते फिर भी उन्हें पैकेज में ऑफर की कीमत चुकानी पड़ती है। तो इसी तरह से स्मार्टफोन यूजर भी प्लॉन ऑफर में आने वाले ओटीटी सेवाओं का पूरा लाभ नहीं लेते, यही वजह है कि ट्राई ने इस मामले को लेकर मोबाइल कंपनियों को पत्र लिखा है।
16 अगस्त तक का समय
ट्राई ने मोबाइल कंपनियों को जो प्रस्ताव भेजा है उसके तहत 16 अगस्त तक इस प्रस्ताव पर सुझाव देने का समय दिया गया है। वहीं काउंटर सजेशन के लिए 23 अगस्त तक का समय निर्धारित किया गया है। ट्राई के इस प्रस्ताव का सुझाव आने के बाद इसे आगे बढ़ाया जाएगा। ज्ञात हो कि सुझाव प्रस्ताव में ट्राई ने मोबाइल कंपनियों को जानकारी दी है कि पहले बाजार में अलग-अलग तरह के वाउचर उपलब्ध थें, डिजिटल युग में बाउचर चलन से बाहर हो गए। ट्राई कंपनी का कहना है कि डिजिटल के दौर में रंगों के आधार पर क्या वह प्लान पेश कर सकती है। ट्राई की प्रस्ताव पर अगर मोहर लगती है तो बेसिक फोन यूजर्स को रिचार्ज में राहत मिलेगी और कंम भुगतान पर ही वे मोबाइल पर बात कर सकेंगे।