मिसेज इंडिया। किसी ने सच कहा है कि अगर आपके अंतर मन, इच्छा शक्ति और आत्मविश्वास हो तो दुनिया की कोई भी ताकत आपको अपना लक्ष्य प्राप्त करने से नहीं रोक सकती है। इसी बात को सच किया है बेंगलुरु की रहने वाली संस्कृति जायसवाल ने। संस्कृति जैसवाल उत्तर प्रदेश की बेटी है। उन्होंने हाल ही में दुबई में आयोजित प्रतियोगिता में “मिसेज इंडिया“ का खिताब अपने नाम किया है।
कंड़ी मेहनत से मुकाम
मिसेज इंडिया का खिताब अपने नाम करने वाली संस्कृति जायसवाल का कहना है कि कंड़ी मेहनत करके ही मुकाम को हासिल किया जा सकता है। उन्होने अपनी इस खिताब का श्रेय अपनी कड़ी मेहनत, बड़ों का आशीर्वाद तथा अपने परिवार वालों के सहयोग दी है। संस्कृति जायसवाल का कहना है यही पर उनका सफर खत्म नहीं होता है, वह चाहती है कि हर एक महिला आत्मनिर्भर हो भले हों। हर महिला के पास उनकी आमदनी का स्रोत होना चाहिए, भले ही कंम हो या ज्यादा आमदनी लेकिन सभी महिलाएं आत्मनिर्भर होगी तो इससे महिलाओं के अंदर आत्मविश्वास बढ़ता है तथा दूसरों पर निर्भरता भी कंम होती है।
मन में सामाजिक सरोकार
एक मुकाम को हासिल करने वाली संस्कृति समाज कल्याण के क्षेत्र में भी बहुत काम करना चाहती है। वह चाहती है कि हर एक बच्चे को शिक्षा मिले, हर एक महिलाओं को उनका अधिकार और कर्तव्य मिले और यही नहीं संस्कृति पर्यावरण के क्षेत्र में भी बहुत ही जागरुक है। वह चाहती हैं कि हमें हर संभव प्रयास करना चाहिए जिससे हम अपने पर्यावरण की रक्षा कर सके।