
भोपाल। मध्यप्रदेश की बहुप्रचारित लाड़ली बहना योजना के दो साल पूरे हो चुके हैं। अब तक इस योजना से प्रदेश की महिलाओं को 28 हजार करोड़ रुपये से अधिक की राशि मिल चुकी है। हर महीने 1250 रुपये की मदद मिलने वाली इस योजना को लेकर अब एक बार फिर सियासत गरमा गई है।
आपको बता दें कि गत 28 मई को बैतूल जिले के सारणी में स्व-सहायता समूह सम्मेलन में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा, “हमारी सरकार बनते ही लाड़ली बहनों को लगातार राशि दी जा रही है। धीरे-धीरे हम इसे 3000 रुपये प्रति माह तक ले जाएंगे। पाँच साल में यह लक्ष्य पूरा करेंगे।”
हालाँकि, विधानसभा में महिला एवं बाल विकास मंत्री ने साफ कर दिया है कि फिलहाल 1250 रुपये से अधिक करने का कोई प्रस्ताव सरकार के पास नहीं है। साथ ही 20 अगस्त 2023 के बाद से किसी भी नए लाभार्थी का पंजीकरण भी नहीं हुआ है।
जबकि वहीं कांग्रेस ने इस ए चुनावी जुमला करार दिया कांग्रेस नेता जीतू पटवारी ने आरोप लगाया कि सरकार न तो किसानों के लिए कुछ कर पा रही न महिलाओं को दिए अपने वादों पर खरा उतर पाएगी ।
सरकार की ओर से यह भी बताया गया कि अब तक 15,748 महिलाओं के नाम उनकी मृत्यु के बाद योजना से हटाए जा चुके हैं, जबकि 60 वर्ष की आयु पार कर चुकीं 3.19 लाख महिलाओं के नाम भी पोर्टल से स्वतः हट गए हैं।