रायपुर। शहरों में जहां मेट्रो दौड़ रहीं वहीं कई ऐसे इलाके हैं जहां आज भी सड़कें नदारद हैं, जिसके कारण आम जन का जीना मुहाल हो रहा है। ऐसा ही हाल छत्तीसगढ़ के चुरुंडा गांव का है जहां सड़क न होने के कारण एंबुलेंस नहीं पहुंच पाई, तो घरवाले मरीज को खाट पर लेकर अस्पताल पहुंचे, लेकिन समय पर न पहुंचने के कारण उसकी मौत हो गई।
मिली जानकारी के मुताबिक, बलरामपुर जिले के कुसमी विकासखंड के शाहपुर के चुरुंडा के रहने वाले 35 वर्षीय महेंद्र सिंह की गुरुवार को अपने खेत में काम कर रहे थे तभी उनकी तबीयत खराब हो गई। तबियत ज्यादा खराब देख कर उन्हें अस्पताल ले जाने के बारे में घरवालों ने सोचा लेकिन ले जाएं कैसे? खराब रास्ता और खुली नदी होने के कारण एंबुलेंस गांव तक नहीं पहुंच पाई। तब परिजनों ने महेंद्र खाट पर लिटाकर मुख्य सड़क तक तकरीबन 1 किलोमीटर ले कर आए फिर परिजन मरीज को अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां समय पर इलाज नहीं होने से उसकी मौत हो गई।
एसडीएम ने मामले का लिया संज्ञान
मामला सामने आने के बाद कुसमी एसडीएम करुण डहरिया ने बताया कि जंगल और दूरस्थ इलाकों में गांवों के बसने के कारण कुछ जगहों पर सड़कों का निर्माण अभी तक नहीं हो पाया है। हम कोशिश में लगे हैं कि जहाँ सड़क नहीं वहां सड़कों का निर्माण जल्द से जल्द कराया जाए।