उज्जैन। अवंतिका की नगरी के राजा बाबा महाकाल की पहली सवारी सोमवार को निकली जा रही है। धूमधाम से बाबा की सवारी नगर भ्रमण पर निकलेगी। बाबा महाकाल पालकी में श्री चंद्रमौलेश्वर के रूप में विराजित होकर भक्तों का हाल-चाल लेंगे और दर्शन देंगे। इसके लिए मंदिर प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है। जानकारी के तहत सावन और भादौ मास में इस बार बाबा महाकाल की शाही सवारी समेत कुल 7 सवारी निकाली जाएगी और पहली सवारी 22 जुलाई को निकल रही है।
बाबा महाकाल के यहां सावन में ऐसी है तैयारी
जानकारी के तहत बाबा महाकाल में लाखों भक्त श्रवण महीने में दर्शन- पूजन लाभ के लिए पहुंचेंगे, तो वही मंदिर प्रशासन ने इसके लिए तैयारी भी कर ली है। महाकालेश्वर भगवान को भक्त जल अर्पित कर सकेंगे और इसके लिए प्रबंध समिति ने व्यवस्था बनाई है। इसके साथ ही दर्शन के दौरान भी जल अर्पण के लिए गणेश मंडप में भी स्टील का पात्र रखा जाएगा।
कलेक्टर मृणाल मीणा ने मीडिया को बताया कि मनमानी पैसे वसूली के खिलाफ भी एक्शन होगा। निर्धारित की गई रेट लिस्ट से ज्यादा पैसा वसूलने पर होटल को सील किया जाएगा। बाबा महाकाल की सवारी का लाइव प्रसारण किया जाएगा। जिससे श्रद्धालु बाबा महाकाल का श्री विग्रह में दर्शन आसानी से कर सकेंगे। सवारी में 2000 से अधिक का पुलिस बल तैनात रहेगा वही मंदिर में दर्शन की व्यवस्था बनाई गई है। शीघ्र दर्शन के लिए 250 रुपए का टिकट तय किया गया है। तो वहीं कावड़ यात्रियों की दर्शन की व्यवस्था बनाई गई है। भस्म आरती में पंजीयन धारी श्रद्धालु हिस्सा ले सकेंगे।
भस्म आरती का बदला गया समय
सावन-भादौ महीने में भगवान श्री महाकालेश्वर की भस्म आरती का समय बदलेगा रहेगा। 22 जुलाई से 2 सितंबर तक मंदिर के पट खुलने का समय प्रातः 3 बजे होगा। प्रत्येक सोमवार को भस्म आरती का समय प्रातः 2.30 बजे होगा। अन्य दिनों में भस्म आरती प्रातः 3 से 5 बजे तक होगी, लेकिन प्रत्येक सोमवार को 2.30 से 4.30 बजे तक होगी।