हाथरस। उत्तर प्रदेश के हाथरस में 2 जुलाई को सत्संग के दौरान 121 लोगों की हुई मौत एवं भगदड़ को लेकर जहां उत्तर प्रदेश समय देशभर में हड़कम्प मच गया वहीं इस घटना की जांच एसआईटी कर रही है। एसआईटी ने 300 पेज की अपनी रिपोर्ट सौप दी है। मीडिया खबरों के तहत एसआईटी की जांच में आयोजन समिति और प्रशासन की लापरवाही सामने आई है।
80000 लोगों की थी अनुमति
मीडिया खबरों के तहत एसआईटी की जांच में यह सामने आया है कि प्रशासन द्वारा 80000 लोगों को सत्संग में शामिल होने के लिए अनुमति दी गई थी, जबकि सत्संग में तकरीबन दो लाख लोग मौजूद थें। भीड़ होने के बाद भी आयोजन समिति एवं प्रशासन द्वारा व्यवस्था में कहीं ना कहीं लापरवाही की गई। जिसका खमियाजा 121 लोगों को अपनी जान गवानी पड़ गई, तो वही सैकड़ो लोग घायल हो गए।
1 लाख का इनामी गिरफ्तार
हाथरस की घटना में पुलिस ने मुख्य आरोपी देव प्रकाश मधुकर को गिरफ्तार कर लिया है। इसके अलावा 6 अन्य आरोपियों की भी गिरफ्तारी की गई है। यह सभी आरोपी सत्संग आयोजन समिति के सदस्य थे। देव प्रकाश मधुकर के खिलाफ एक लाख रुपए का इनाम भी घोषित किया गया था।