मौसम विभाग ने इस साल भीषण गर्मी पड़ने की भविष्यवाणी की है। इसे देखते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक्शन में आ गए हैं। पीएम मोदी ने गर्मी से निपटने को लेकर की जा रही तैयारियों पर हाई लेवल की समीक्षा बैठक की है। पीएमओ के मुताबिक इस बैठक में जरूरी दवाओं, आइस पैक, ORS और पीने के पानी को लेकर की गई तैयारियों का जायजा लिया गया। पीएम मोदी की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में पीएम के प्रधान सचिव, गृह सचिव के साथ साथ मौसम विभाग और आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अधिकारी शामिल हुए। इस दौरान लू से निपटने की तैयारियों की समीक्षा की गई।
बैठक में तय किया गया कि टेलीविजन, रेडियो और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर लोगों को जागरुक करने के लिए जानाकरी दी जाए। इस बात पर खास ध्यान दिया गया कि ये जानाकारी लोगों को स्थानीय भाषा में भी मिले। साथ ही पीएम ने अस्पतालों में पर्याप्त तैयारी रखने के भी निर्देश दिए।
हीटवेव से बचाव के लिए जागरुकता फैलाने की दी सलाह
सरकार की तरफ से बयान में कहा गया है कि 2024 में सामान्य से अधिक गर्मी होने की उम्मीद है और इसी दौरान आम चुनाव भी है, इसलिए यह महसूस किया गया कि स्वास्थ्य मंत्रालय और एनडीएमए द्वारा जारी किए गए परामर्श का क्षेत्रीय भाषाओं में अनुवाद किया जाए और व्यापक रूप से प्रसारित किया जाए। पीएम मोदी ने हीटवेव यानी लू की स्थिति के लिए तैयारियों का जायजा लिया और सरकार के पूरे दृष्टिकोण पर जोर दिया।
पीएम ने कहा कि केंद्र, राज्य और जिला स्तरों पर सरकार के सभी अंगों के अलावा विभिन्न मंत्रालयों को तालमेल के साथ इस पर काम करने की जरूरत है। उन्होंने अस्पतालों में पर्याप्त तैयारी के साथ-साथ जागरूकता पैदा करने, जंगल की आग का शीघ्र पता लगाने और बुझाने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।
अप्रैल से जून के बीच पड़ेगी भीषण गर्मी
मौसम विभाग ने भविष्यवाण की है कि इस साल अप्रैल से जून के बीच भीषण गर्मी का सामना करना पड़ सकता है। इसी बीच देश में 19 अप्रैल से सात-चरणों में सामान्य चुनाव शुरू हो रहे हैं। जिन राज्यों में हीट वेव की आशंका है उनमें गुजरात, मध्य महाराष्ट्र, उत्तर कर्नाटक, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा और आंध्र प्रदेश शामिल हैं। राहत की बात ये है कि इस हीट वेव के बाद मॉनसून सामान्य रहेगा और अच्छी बारिश होगी।