नई दिल्ली। नई दिल्ली में आज पीएम मोदी की अध्यक्षता में नीति आयोग गवर्निंग काउंसिल की बैठक होनी है। इस बैठक में इंडिया गठबंधन को भी बुलाया गया है। लेकिन हमेशा की तरह विपक्ष इस पर जम कर सियासत कर रहें हैं। गठबंधन के मुख्यमंत्रियों ने इस बैठक का बहिष्कार करने का ऐलान किया है। हालांकि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी आज की नीति आयोग की बैठक में शामिल होंगे।
ममता बनर्जी ने दी चेतावनी
बैठक से पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि वह बैठक में शामिल होकर अपने राज्य की समस्याओं को केंद्र के सामने रखेंगी।अगर उनकी बात सुनी जाती है तो वह उस मीटिंग का हिस्सा रहेंगी नहीं तो वह उसी समय बाहर निकल आएँगी।
दिल्ली पहुँचते ही ममता बनर्जी केजरीवाल के घर जाकर उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल मुलाक़ात की। साथ ही अपने पार्टी की सांसदों के साथ बात चीत की। उन्होंने इस दौरान यह भी कहा कि नीति आयोग के पास कोई अधिकार नहीं है इसलिए उसे भंग करना चाहिए।
ममता बनर्जी ने कहा कि मैंने पहले भी कई बार कहा कि नीति आयोग को बंद करो। वे साल में एक बार बैठक बुला लेते हैं, ताकि अपना चेहरा दिखा सकें। कृपया योजना आयोग को दोबारा ले आएं। इसके कोई ढांचा हो, इसे अधिकार मिले।
क्या है नीति आयोग की बैठक का एजेंडा
- विकसित भारत @ 2047′ दस्तावेज पर चर्चा
- पेयजल की पहुंच, मात्रा और गुणवत्ता पर चर्चा
- बिजली संबंधी मुद्दों पर चर्चा
- स्वास्थ्य की पहुंच, सामर्थ्य और उनकी गुणवत्ता
- स्कूली शिक्षा की पहुंच और गुणवत्ता
- भूमि और संपत्ति की पहुंच, रजिस्ट्री, डिजिटलाइजेशन
कांग्रेस शासित राज्य कर रहे बॉयकॉट
कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री नीति आयोग की बैठक को बॉयकॉटकरने का ऐलान किया है। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन और केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन भी नीति आयोग की बैठक में नहीं आ रहे। जबकि NDA गठबंधन के सभी मुख्यमंत्री दिल्ली पहुँच चुके हैं।