नई दिल्ली। माइक्रोसॉफ्ट में आई एक तकनीकी खराबी ने शुक्रवार को पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया। भारत से लेकर अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, जापान, जर्मनी, इंग्लैंड, हांगकांग तक, कोई देश अछूता नहीं रहा। सवाल यही है कि आखिर ऐसी स्थिति क्यों बनी? माइक्रोसॉफ्ट ने सर्वर में खराबी की बात मानी है। सॉफ्टवेयर कंपनी का कहना है कि उसके एक्सपर्ट समस्या का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं। शुरुआती जांच के बाद माइक्रोसॉफ्ट ने बताया कि कॉन्फिग्रेशन बदलाव की वजह से यह समस्या आई है। यही कारण है कि Microsoft 365 यूजर्स तमाम ऐप्स और सर्विसेस को इस्तेमाल नहीं कर पा रहे हैं। वैसे किसी भी सर्वर के डाउन होने के कई कारण हो सकते हैं।
क्यों डाउन होता है सर्वर
हार्डवेयर की विफलता : हार्ड ड्राइव, बिजली आपूर्ति और मेमोरी मॉड्यूल जैसे महत्वपूर्ण हार्डवेयर की विफलता के कारण सर्वर डाउन हो सकता है।
सॉफ्टवेयर में गड़बड़ी : ऑपरेटिंग सिस्टम या सर्वर पर चल रहे सॉफ्टवेयर में त्रुटि आने या उनके क्रैश होने से सर्वर डाउन होते हैं।
नेटवर्क की समस्या : सर्वर और क्लाइंट के बीच एक नेटवर्क काम करता है। इसके फेल होने से भी सेवाओं पर असर पड़ता है।
बिजली कटौती : कई बार ग्रिड की विफलता या रखरखाव कार्य के कारण बिजली आपूर्ति बाधित होने से सर्वर शटडाउन की स्थिति बनती है।
अत्यधिक लोड : सर्वर पर क्षमता से अधिक लोड पड़ता है या क्षमता से अधिक डेटा प्राप्त होता है, तो भी वह डाउन हो सकता है।
CrowdStrike के कारण हो रही दिक्कत
कायदे से देखा जाए तो यह आउटेज सीधे तौर पर माइक्रोसॉफ्ट के कारण नहीं, बल्कि माइक्रोसॉफ्ट पीसी और तमाम कंपनियों को साइबर सिक्योरिटी सर्विस देने वाले प्लेटफॉर्म CrowdStrike के डाउन होने के कारण है। CrowdStrike विंडोज पीसी को एडवांस साइबर सिक्योरिटी सॉल्यूशन देती है। CrowdStrike के ही डाउन होने के कारण भारत, अमेरिका, कनाडा, जापान समेत दुनियाभर के कई देश प्रभावित हैं। CrowdStrike ने अपनी वेबसाइट पर एक बयान में कहा कि वह फाल्कन सेंसर से संबंधित विंडोज होस्ट पर क्रैश की रिपोर्ट से अवगत है और उसके इंजीनियर इसे फिक्स करने के लिए लगातार काम कर रहे हैं।