लोकसभा की 543 में से 542 सीटों पर काउंटिंग जारी है। रुझानों में भाजपा बहुमत से दूर है। उसे 32 से ज्यादा सीटों का नुकसान दिख रहा है। 2019 में पार्टी को 303 सीटें मिली थीं। हालांकि, NDA की सरकार बनती दिख रही है। रुझानों में NDA 298 और I.N.D.I.A. 228 सीटों पर आगे है। रुझानों में उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल में NDA को नुकसान दिख रहा है। लखनऊ के रामबाई इलाके के काउंटिंग सेंटर पर भाजपा और सपा कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए। इस बीच 100 सीटें मिलने के बाद कांग्रेस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। राहुल गांधी ने कहा कि ये लड़ाई संविधान को बचाने की थी। मैं सच बताऊं तो मेरे माडंड में था कि जब हमारा अकाउंड सीज किया, सीएम को जेल में डाला तब मेरे माडंट में था, जनता संविधान बचाने लड़ेगी। उन्होंने कहा कि देश मोदी-शाह को नहीं चाहता। जनता से, इंडिया गठबंधन के पार्टनर को और अपने कार्यकर्ताओं का धन्यवाद करना चाहता हूं। आपने संविधान बचाने का सबसे बड़ा कदम ले लिया है। हमने हिंदुस्तान को नया विजन दिया। अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हम रिजल्ट को स्वीकार करते हैं। उन्होंने कहा कि यह जनता की जीत है। भाजपा ने एक व्यक्ति के नाम पर वोट मांगे, यह उनकी हार है।
पीएम मोदी वाराणसी से जीत गए हैं। उन्होंने कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय को 1.50 लाख से ज्यादा वोटों से हराया। मोदी यहां से लगातार तीसरी बार सांसद होंगे। इलेक्शन कमीशन की वेबसाइट के अनुसार, दोपहर एक बजे तक भाजपा को 241, कांग्रेस को 100, सपा को 36, टीएमसी को 31, डीएमके को 21, टीडीपी को 16, जेडीयू को 15, शिवसेना यूटीबी को 9, एनसीपी शरद पवार को 7, राजद को 4 और लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास को 5, शिवसेना शिंदे को 7 सीटें मिलती दिख रही हैं। काउंटिंग सुबह 8 बजे शुरू हुई। पहले पोस्टल बैलट और उसके बाद EVM के नतीजे आ रहे हैं। अगले 2 से 3 घंटे में नई सरकार की तस्वीर साफ हो सकती है। चुनाव आयोग ने 16 मार्च को लोकसभा चुनाव कार्यक्रम का ऐलान किया था। कुल 7 फेज में 19 अप्रैल से 1 जून तक वोटिंग हुई। 1952 के बाद 44 दिन का यह चुनाव सबसे लंबा रहा। 1952 में यह 4 महीने चला था। इन 2 मौकों के अलावा चुनाव की प्रोसेस अमूमन 30 से 40 दिन में पूरी हो जाती थी।