
भोपाल। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए दिल दहला देने वाले आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई। इस हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। देशभर में आक्रोश की लहर है। मध्यप्रदेश के सिवनी में शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने इस बर्बर हमले पर तीखी प्रतिक्रिया दी है।
शंकराचार्य ने कहा कि यह कोई साधारण घटना नहीं है, बल्कि यह स्पष्ट प्रमाण है कि आतंकवाद का भी एक धर्म होता है। उन्होंने कहा, “लोगों का धर्म पूछकर उन्हें मारा गया। यह कैसे कहा जा सकता है कि आतंकवाद का कोई धर्म नहीं होता? अब यह साबित हो गया है।” उन्होंने नेताओं को भी आड़े हाथों लिया और कहा कि नेताओं को बोलने से पहले सोचने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि आतंकवाद एक विचारधारा नहीं, बल्कि वहशीपना और राक्षसी प्रवृत्ति है। “इन्हें अब आतंकवादी नहीं, राक्षस कहा जाना चाहिए,” शंकराचार्य बोले।
सरकार को भी उन्होंने कटघरे में खड़ा करते हुए पूछा कि जब आप कहते हैं कि कश्मीर अब सुरक्षित है, तो फिर ये बेकसूर लोग आपके भरोसे पर वहां कैसे मारे गए? शंकराचार्य ने पूछा कि क्या वाकई सरकार के दावे सही साबित हुए हैं?