हिंदू राष्ट्र की कल्पना को मूर्त रूप देने की दिशा में बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने एक बड़ा कदम उठाया है। उन्होंने छतरपुर जिले के गढ़ा गांव में ‘हिंदू ग्राम’ बनाने की योजना शुरू कर दी है। नवरात्रि के अवसर पर 2 अप्रैल को भूमि पूजन कर परियोजना का शुभारंभ किया गया।
यह ग्राम बागेश्वर धाम के निकट एक पहाड़ी पर छह एकड़ भूमि में बसाया जाएगा। यहां मंदिर, गोशाला, यज्ञशाला, संस्कृत महाविद्यालय और तीन मंजिला आवासीय भवन बनाए जाएंगे। योजना के अनुसार एक हजार हिंदू परिवारों को यहां बसाया जाएगा। मकानों की कीमत 15 से 17 लाख रुपये के बीच होगी और बिजली-पानी जैसी सुविधाएं सोसायटी द्वारा दी जाएंगी।
पंडित शास्त्री का कहना है कि यह सिर्फ एक गांव नहीं, बल्कि हिंदू राष्ट्र की नींव है। “पहले हिंदू घर, फिर हिंदू ग्राम, उसके बाद तहसील, जिला और अंततः हिंदू राष्ट्र का निर्माण होगा,” उन्होंने कहा। भविष्य में मकान बेचने पर रोक भी लगाई जाएगी, ताकि मूल उद्देश्य से समझौता न हो।
इस परियोजना को लेकर राजनीति भी गर्मा गई है। कांग्रेस ने इसे धर्म के आधार पर भेदभावपूर्ण बताया है, जबकि भाजपा ने इस पहल को सांस्कृतिक पुनर्जागरण का प्रतीक बताया है।
बागेश्वर धाम समिति का कहना है कि यह प्रयास संविधान के दायरे में है और धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार के तहत आता है। परियोजना का निर्माण दो साल में पूरा करने का लक्ष्य है।