रायपुर। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शुक्रवार को दतिया स्थित मां पीताम्बरा पीठ में दर्शन कर पूजा-अर्चना की। इस अवसर पर उन्होंने प्रदेश में शराबबंदी को लेकर अपने दृष्टिकोण को स्पष्ट करते हुए कहा कि राज्य सरकार ‘वसुधैव कुटुंबकम’ के सिद्धांत पर चलकर हर परिवार की भलाई के लिए काम कर रही है। उन्होंने कहा कि धार्मिक नगरों की पवित्रता और परिवारों के स्वस्थ वातावरण को बनाए रखने के लिए ही प्रदेश के 19 प्रमुख देव स्थलों पर शराबबंदी लागू की गई है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश की आर्थिक रीढ़ कृषि है और किसानों को उपज का उचित मूल्य दिलाने के लिए सरकार ₹2600 प्रति क्विंटल की दर से गेहूं की खरीद कर रही है। साथ ही, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ‘केन-बेतवा लिंक’, ‘चंबल-काली सिंध-पार्वती’ तथा ‘ताप्ती मेगा रिचार्ज’ जैसी महत्वाकांक्षी जल परियोजनाएं राज्य को मिली हैं, जिससे दतिया सहित कई जिलों को लाभ होगा।
डॉ. यादव ने विवाह और मृत्यु भोज में अनावश्यक खर्च से बचने की अपील करते हुए शिक्षा और स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने की बात कही। उन्होंने कहा कि हर गरीब को पक्का मकान और भोजन की सुविधा मिलना राज्य सरकार की प्राथमिकता है।
पूर्व गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा और विधायक प्रदीप अग्रवाल ने दतिया में शराबबंदी के निर्णय को ऐतिहासिक और सराहनीय बताते हुए मुख्यमंत्री का आभार जताया।