भोपाल। प्रदेश के नए पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) कैलाश मकवाना 1988 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। वर्तमान में पुलिस हाउसिंग कॉरपोरेशन के अध्यक्ष के पद पर कार्यरत मकवाना, एक दिसंबर से कार्यभार संभालेंगे और उनका कार्यकाल दो वर्ष का होगा। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने 24 नवंबर को उनके नाम को स्वीकृति दी, जिसके बाद गृह विभाग ने देर रात आदेश जारी किए। मकवाना प्रदेश के 32वें डीजीपी होंगे, जो सुधीर सक्सेना का स्थान लेंगे।
डीजीपी पद के लिए संघ लोक सेवा आयोग द्वारा बनाए गए पैनल में तीन नाम शामिल थे—अरविंद कुमार, कैलाश मकवाना और अजय शर्मा, मकवाना की छवि एक ईमानदार अधिकारी की रही है। लोकायुक्त में रहते हुए उन्होंने कई पुराने मामले खोले और बड़ी जांचें शुरू कीं, लेकिन विवादों के चलते उन्हें पुलिस हाउसिंग का अध्यक्ष बना दिया गया था।
लोकायुक्त कार्यकाल में उनकी गोपनीय चरित्रावली (सीआर) को लेकर विवाद हुआ था, जिसमें उन्होंने मुख्यमंत्री से अपील की थी। मुख्यमंत्री ने उनकी सीआर में सुधार करते हुए 10 में 10 अंक दिए थे। मकवाना मुख्यमंत्री मोहन यादव के करीबी माने जाते हैं और उनकी नियुक्ति को प्रदेश की पुलिस व्यवस्था के लिए एक अहम कदम माना जा रहा है।