भोपाल। मध्यप्रदेश में अब संपत्ति के ऑनलाइन पंजीयन की सुविधा “संपदा 2.0” सॉफ्टवेयर के माध्यम से उपलब्ध हो गई है, जिसे मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने लॉन्च किया। इस नई डिजिटल व्यवस्था से संपत्ति पंजीयन प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन और पेपरलेस हो गई है, जिससे फर्जीवाड़े की संभावनाएं कम हो जाएंगी।
मुख्यमंत्री ने बताया कि इस सॉफ्टवेयर से संपत्ति पंजीकरण अब सरल और पारदर्शी हो जाएगा। संपदा 2.0 के तहत प्रत्येक संपत्ति की जीआईएस मैपिंग की गई है, जिससे संपत्ति के असली मालिक की पहचान आसानी से की जा सकेगी। इसके अलावा, आधार नंबर दर्ज करते ही संपत्ति की सारी जानकारी उपलब्ध हो जाएगी।
इस पोर्टल के माध्यम से लोग अपने घर से ही पंजीयन, ई-स्टांपिंग और ई-साइन की सुविधा का उपयोग कर सकेंगे। साथ ही, बायोमेट्रिक पहचान और जीआईएस मैपिंग के कारण संपत्ति विवादों और धोखाधड़ी की आशंका भी समाप्त हो जाएगी।
मुख्यमंत्री ने इस नई व्यवस्था को “ईज ऑफ लिविंग” के लक्ष्य को पूरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया और कहा कि नामांतरण और बटांकन जैसी प्रक्रियाएं अब तेजी से पूरी होंगी। राज्य में चार जिलों में सफल पायलट प्रोजेक्ट के बाद इसे पूरे प्रदेश में लागू किया गया है।
संपदा 2.0 न केवल संपत्ति पंजीकरण को आसान और पारदर्शी बनाएगा, बल्कि प्रदेश को ई-गवर्नेंस के मामले में भी आगे बढ़ाएगा।