भोपाल। सावन के पावन महीने में निकलने वाली अंतिम सवारी में मुख्यमंत्री मोहन यादव भी शामिल होंगे। इस साल की अंतिम सवारी में भक्त भगवान महाकाल पांच रूपों में दर्शन कर सकेंगे। साथ ही इस यात्रा को और भव्य बनाने के लिए इसमें सीआरपीएफ का बैंड भी शामिल किया जा रहा है।
महाकालेश्वर मंदिर समिति के अध्यक्ष और कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने बताया कि इस साल की आखिरी सवारी रक्षाबंधन के दिन निकाला जा रहा है। इस दौरान पालकी में श्री चन्द्रमौलेश्वर, हाथी पर श्री मनमहेश, गरुड़ रथ पर श्री शिवतांडव, नन्दी रथ पर श्री उमा-महेश और डोल रथ पर श्री होल्कर स्टेट के मुखारविंद सम्मिलित रहेगा।
भगवान को दी जाएगी सलामी
महाकालेश्वर भगवान की सवारी निकलने के पहले उनकी विधिवत पूजा अर्चना की जायेगी। उसके बाद भगवान श्री चन्द्रमौलेश्वर पालकी में विराजित होकर नगर भ्रमण पर निकलेंगे। साथ ही मंदिर के मुख्य द्वार पर खड़े सशस्त्र पुलिस बल के जवान पालकी में विराजित भगवान को सलामी देंगे।
मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने खुद इस सवारी में शामिल होने की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इसमें सीआरपीएफ का बैंड भी शामिल होगा। जानकारी के मुताबिक श्री महाकालेश्वर की सवारी में जनजातीय लोक कला एवं बोली विकास अकादमी मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद के माध्यम से कलाकारों का दल भी अपनी भागीदारी देगा।