इंदौर। खरगोन जिले के महेश्वर में नर्मदा नदी में नहाने के दौरान एक ही परिवार के 3 सदस्य डूब गए। रेस्क्यू टीम ने नदी से तीनों शव निकालकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजे हैं। टीआई पंकज तिवारी ने बताया, ‘बुधवार को इंदौर के एक परिवार के चार लोग महेश्वर घूमने आए थे। मंदिर में दर्शन के बाद करीब 2 बजे वे नर्मदा नदी में स्नान के लिए मण्डल-खो के पास पहुंचे। नहाते-नहाते विक्रम पिता करण सिंह राजपूत (18) गहरे पानी में चला गया और डूबने लगा। उसे बचाने के लिए मां उर्मिला (44) और बहन मोहिनी पति संजय दास (25) भी गहरे पानी में उतरीं। लेकिन तीनों बाहर नहीं आ पाए।’
परिवार इंदौर में अरविंदो अस्पताल के पास रहता है।
घाट पर मौजूद लोगों ने पुलिस को सूचना दी। इसके बाद एसडीएम अनिल जैन, तहसीलदार राकेश सस्तिया, थाना प्रभारी पंकज तिवारी और सीएमओ मनोज शर्मा नगर पालिका के गोताखोरों के साथ मौके पर पहुंचे। करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद दोनों महिलाओं के शव नदी से निकाले गए। इसके करीब एक घंटे बाद विक्रम का शव मिला।
साड़ी की मदद से बाहर निकालने की कोशिश की
टीआई तिवारी ने बताया कि परिवार महेश्वर के मुख्य नर्मदा घाट से करीब एक किलोमीटर दूर फिल्टर प्लांट के पास मंडल खो घाट पर स्नान के लिए गया था। हादसे के वक्त घाट पर एक-दो लोग ही मौजूद थे, जिन्होंने पहले सभी को साड़ी की मदद से नदी से बाहर निकालने का प्रयास किया, सफल नहीं हो पाए तो पुलिस को सूचना दी।
मां और बहन के साथ नहाने उतरा था विक्रम
विक्रम के बड़े भाई अमन राजपूत (20) ने बताया कि वह, भाई विक्रम, मां उर्मिला, बहन मोहिनी और 2 साल का भांजा जीवांश सुबह करीब 10 बजे इंदौर से घूमने के लिए महेश्वर निकले थे। कार ड्राइवर रवि सैनी (25) चला रहा था। करीब 11.30 बजे जाम गेट पहुंचे। यहां पार्वती माता मंदिर में दर्शन किए। एक घंटा रुकने के बाद वहां से निकल गए। दोपहर करीब 1.30 बजे महेश्वर पहुंचे। यहां पेशवा घाट पर स्नान करने गए। भीड़ देखकर वहां से फिल्टर प्लांट के पास मंडल खो घाट आ गए। घाट पर विक्रम, मां और बहन नदी में नहाने उतरे। इसी दौरान विक्रम गहरे पानी में चला गया।
12वीं क्लास में पढ़ता था विक्रम
अमन फर्स्ट ईयर का स्टूडेंट है। विक्रम इंदौर के निजी स्कूल में कक्षा बारहवीं का छात्र था। पिता करण सिंह राजपूत इंदौर में ही एक प्राइवेट कंपनी में काम करते हैं। बुधवार को वह काम पर गए थे इसलिए साथ नहीं आ सके।