भोपाल। मध्य प्रदेश में लगातार बारिश से कई क्षेत्र जलमग्न हो गए है। वहीं लगातार ऊपरी हिस्से में हो रही बारिश से कोलार डेम लबालब हो गया है। जिसके बाद डेम फुल हो गया है और जलस्तर 458.70 पहुंच गया है। इस वजह से 8 में से 2 गेट खोल दिए गए हैं। दोनों गेट 40-40 सेंटीमीटर तक खोले गए हैं। बता दें कि इस सीजन में पहली बार कोलार डैम के गेट खोले गए हैं। भोपाल के बड़ा तालाब का जल स्तर 1665.00 फीट तक पहुंच गया है और यह सिर्फ 1.80 फीट खाली है। इस तालाब के भरने के बाद भदभदा के गेट खोले जाएंगे।
माचागोरा बांध का जलस्तर बढ़ा
छिंदवाड़ा जिले में शुक्रवार रात से लगातार जारी बारिश से पेंच नदी उफान पर रही। जिसका असर माचागोरा बांध पर दिखाई दिया। बांध का जलस्तर लगातार बढ़ते गया। शनिवार रात 8 बजे तक नौबत कुल 8 में से 6 गेट खोलने की आ गई। 6 गेट औसतन 80 सेमी तक खोलकर करीब 750 क्यूबिक मीटर प्रति सेकंड की दर से पानी छोड़ा जा रहा है। इस सीजन में यह पहला मौका है जब एक साथ छह गेट खोलकर पानी छोड़ने की स्थिति बनी है।
डूब सकते हैं दो गांव के 60 घर, नोटिस देकर बताया अस्थाई आशियाना
विदिशा जिले में हनोता डैम का निर्माण चल रहा है। वर्तमान में गेट के बॉटम लेवल तक पार का निर्माण पूर्ण हो चुका है। जिसके कारण पानी का भराव भी काफी हो चुका है और जमीनी स्तर से पानी निकल रहा है। अगर अधिक बारिश होती है तो दो गांव चोपड़ा और विसराई के साठ घर डूबने की संभावना है। इन साठ घरों को चिन्हित कर उन्हें अलर्ट भी कर दिया गया है और अस्थाई रूप से रुकने की जगह भी बता दी गई है।
मंडी बामोरा स्टेट हाईवे हुआ बंद
लगातार हो रही भारी बारिश से जन जीवन अस्त व्यस्त होता जा रहा है। आज सुबह खुरई- मंडी बामोरा स्टेट हाईवे पर ग्राम धनसरा में कन्जी नदी पर पुल के ऊपर पानी होने के कारण स्टेट हाईवे पूरी तरह से बंद हो गया है। वहीं पठारी मुख्यालय से खुरई मुख्यालय का रास्ता और मंडी बामोरा से देवली का रास्ता भी बंद है। भारी बारिश के कारण सोयाबीन की फसलों में नुकसान होना शुरू हो गया है।
गांधीसागर में चीता प्रोजेक्ट को लेकर की गई तार फेंसिंग टूटी
मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले में 24 घंटे से लगातार हो रही बारिश के चलते जिले के वन्य अभ्यारण गांधीसागर में चीता प्रोजेक्ट को लेकर की गई तार फेंसिंग शनिवार को कुछ जगहों से टूट गई। जिससे शासन को करोड़ों का नुकसान हुआ है। तार फेंसिंग के टूटने का वीडियो भी सामने आया है। जिसमे साफ तौर पर तार फेंसिंग क्षतिग्रस्त अवस्था में दिखाई दे रहा है। मंदसौर डीएफओ संजय रायखेरे की माने तो चीता प्रोजेक्ट की करीब 27 किलोमीटर की फेंसिंग पर 12 नाले आते हैं। जिनमें से 2 नालों पर पानी का बहाव तेज होने के कारण वह डेमेज हो गई है। मौके पर वन विभाग का स्टाफ मौजूद है। जो लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।
गांधीसागर में चीता प्रोजेक्ट को लेकर की गई तार फेंसिंग टूटी
मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले में 24 घंटे से लगातार हो रही बारिश के चलते जिले के वन्य अभ्यारण गांधीसागर में चीता प्रोजेक्ट को लेकर की गई तार फेंसिंग शनिवार को कुछ जगहों से टूट गई। जिससे शासन को करोड़ों का नुकसान हुआ है। तार फेंसिंग के टूटने का वीडियो भी सामने आया है। जिसमे साफ तौर पर तार फेंसिंग क्षतिग्रस्त अवस्था में दिखाई दे रहा है। मंदसौर डीएफओ संजय रायखेरे की माने तो चीता प्रोजेक्ट की करीब 27 किलोमीटर की फेंसिंग पर 12 नाले आते हैं। जिनमें से 2 नालों पर पानी का बहाव तेज होने के कारण वह डेमेज हो गई है। मौके पर वन विभाग का स्टाफ मौजूद है। जो लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।