रीवा। मध्य प्रदेश का रीवा जिला उत्तर प्रदेश की सीमा से लगा हुआ है जहां सीमा क्षेत्र होने के कारण नशा तस्कर दो राज्यों के बॉर्डर का लाभ उठाते हुए वदस्तूर कोरेक्स सहित अन्य नशा का सामान की तस्करी कर रहे हैं। इसको लेकर अब रीवा के डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला गंभीर हो गए है। कोरेक्स तस्करी पर रोक लगाने के लिए वे लगातार एक्टिव हैं।
सार्थक रही सीएम योगी से मुलाकात
रीवा विधायक एवं एमपी सरकार के डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात करके एमपी के रीवा समेत आसपास के जिलों में हो रही यूपी से कोरेक्स की तस्करी समेत अन्य बिंदुओं पर चर्चा किए हैं। सीएम योगी से मुलाकात कर रीवा पहुचे डिप्पटी सीएम श्री शुक्ला ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि योगी जी से मुलाकात सार्थक रही है और उन्होंने अस्वस्थ किए हैं कि उत्तर प्रदेश से कोरेक्स समेत अन्य मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ सख्त ऐक्शन लिया जाएगा।
कांग्रेस ने उठाया था मुद्दा
ज्ञात हो कि हाल ही में कांग्रेस पार्टी के जनप्रतिनिधि एवं पदाधिकारियों ने आंदोलन करते हुए पुलिस कप्तान को ज्ञापन दिया था कि रीवा में व्यापक पैमाने पर कोरेक्स समेत नशीले पदार्थों की तस्करी की जा रही है। साथ ही कांग्रेस ने आंदोलन प्रदर्शन की चेतावनी भी दी थी वहीं कांग्रेस के आंदोलन के बाद शासन-प्रशासन की निद्रा टूटी है।
अधिकारियों की बैठक में सामने आई बात
डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल ने बताया कि हाल ही में उन्होंने कोरेक्स एवं अन्य नशीले सामानों तथा कानून व्यवस्था को लेकर बैठक किए थें। जिसमें यह बात निकाल कर सामने आई कि उत्तर प्रदेश से व्यापक पैमाने पर नशीले पदार्थों एमपी पहुच रहे है। डिप्टी सीएम श्री शुक्ल ने बताया कि इसकों लेकर वे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से मुलाकात करके इस समस्या से अवगत कराते हुए बताया कि युवा वर्ग नशे कि गिरफ्त में होता जा रहा है और उसका भविष्य खराब हो रहा है। जिसे सीएम योगी जी माना है और वे इस पर एक्शन लेने का बात कहें है।
बॉर्डर से निकल रहे तस्कर
रीवा पुलिस अधिकारियों और डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला की बात अगर सही है तो सबसे बड़ा सवाल यह है कि बॉर्डर पर पुलिस की पकड़ कंमजोर है और उत्तर प्रदेश के नशा तस्कर रीवा में अपना कारोबार धड़ाले से संचालित कर रहे हैं। आखिर पुलिस इस पर बंदोबस्त करने में कमजोर साबित क्यों हो रही है। आमतौर पर देखा जाए तो पुलिस जगह-जगह चेकिंग के नाम पर अभियान चलाती है, लेकिन बॉर्डर पार करके नशा तस्कर रीवा में नशा बांट रहे और यहां की पुलिस चेकिंग के नाम पर महज दिखावा कर रही है। यह एक जन चर्चा का विषय बनता जा रहा है।