सुसाइड। जिस बेटे के अरमानों को पूरा करने के लिए माता-पिता ने अपना सब कुछ न्योछावर कर दिया वह बेटा विदेश में सटल होते ही बुजुर्ग माता-पिता से ऐसा मुंह मोड़ा की फोन तक रिसीव करना मुनासिब नहीं समझ रहा था। बेटे की इस बेरुखी से बुजुर्ग माता-पिता इतना आहत हुए कि उन्होंने सुसाइड करके मौत का रास्ता चुन लिए। खबरों के तहत यह मामला गुजरात के सारथना क्षेत्र का है। जहां रहने वाले 64 साल के चुन्नी भाई गेडिया और उनकी पत्नी मुक्ताबेन गेडिया ने एक सुसाइड नोट लिखने के बाद मौत का रास्ता चुन लिए।
झकझोर देगा सुसाइड नोट
मरने से पहले बुजुर्ग दंपति ने चार पन्नों का सुसाइड नोट लिखा था। जिसमें उन्होंने बेटे से माफी मांगते हुए लिखे हैं कि कोई गलती हुई तो माफ करना, तुम्हें कर्ज से निकलने के लिए मैंने लोगों से पैसे लिए, अब मैं शर्म की वजह से घर से नहीं निकल पा रहा था। भगवान से प्रार्थना है कि तेरा बेटा ऐसा ना करें।
पाई-पाई जोड़कर भेजा था कनाडा
गुजरात का रहने वाला यह परिवार अपने बेटे के जीवन स्तर को बेहतर बनाने के लिए पाई-पाई जोड़कर जहां कनाडा भेजा था। वही बेटे का बेहतर जीवन बनाने एवं उसे कर्ज से उतरने के लिए रिश्तेदारों और परिचितों से कर्ज भी ले रखा था। उसे उम्मीद थी कि बेटा कमाई करने के बाद मदद करेगा और कर्ज से मुक्त हो जाएंगे, लेकिन विदेश में शटल होते ही बेटा, बुजुर्ग माता-पिता का फोन ही रिसीव करना बंद कर दिया। लगातार बेटे के इस बेरुखी से तंग हो गए तो उन्होंने आत्महत्या का रास्ता अपना लिए और सुसाइड नोट में लिखा कि उनके मरने के बाद बेटा उन पर कोई पैसा मत खर्च करना।