
रायपुर। इस बार जल्दी दस्तक देगा मानसून, प्रदेश में 5 जून तक पहुंचने की उम्मीदइस साल केरल में मानसून के सामान्य समय से पांच दिन पहले पहुंचने के आसार हैं। ऐसे में छत्तीसगढ़ में भी 5 जून तक मानसून की दस्तक होने की संभावना जताई जा रही है, जबकि आमतौर पर यहां 10 जून के आसपास मानसून आता है।
हालांकि बीते 20 सालों के ट्रेंड को देखा जाए तो केवल तीन बार ही मानसून ने समय पर दस्तक दी है। पिछले साल यानी 2024 में मानसून 7 जून को आया था, जो सामान्य तारीख से तीन दिन पहले था।
कभी देरी, कभी जल्दी पहुंचा मानसून
पिछले साल मानसून पहले सुकमा पहुंचा, लेकिन वहां अटक गया। इसके चलते रायपुर में मानसूनी बारिश एक हफ्ते बाद हुई थी।
- 2023 में मानसून 21 जून को आया
- 2022 में यह 18 जून को पहुंचा
- 2021 में केवल एक दिन की देरी से 11 जून को आया
- 2020 में भी 12 जून को पहुंचा, यानी दो दिन बाद
- जबकि 2013 में मानसून ने 9 जून को ही दस्तक दे दी थी — तय तारीख से एक दिन पहले
मौसम विभाग के अनुसार, 1 जून से 30 सितंबर तक की बारिश को मानसूनी बारिश माना जाता है। इससे पहले की बारिश को प्री-मानसून और बाद की बारिश को पोस्ट-मानसून कहा जाता है।
इसका मतलब है कि भले ही मानसून जून में किसी भी तारीख को आए, लेकिन 1 जून से होने वाली बारिश मानसून के रिकॉर्ड में दर्ज हो जाती है।
पिछले साल बारिश ने तोड़े 20 साल के रिकॉर्ड
2024 में बादलों ने जमकर बरसात की। कुल 1231.7 मिमी बारिश हुई, जो बीते दो दशकों में सबसे ज्यादा थी।
प्रदेश का बीजापुर जिला सबसे आगे रहा — यहां 2388.9 मिमी बारिश हुई, जो सामान्य से 75% ज्यादा है। यहां आमतौर पर 1368.9 मिमी बारिश होती है।
हालांकि कुछ जिले ऐसे भी रहे जहां बारिश सामान्य से कम रही —
बेमेतरा, दुर्ग, जशपुर, सारंगढ़-बिलाईगढ़ और सरगुजा।
बाकी 28 जिलों में सामान्य से ज्यादा बारिश दर्ज की गई।
इस साल भी अच्छी बारिश के आसार
भारतीय मौसम विभाग ने इस साल भी प्रदेश में सामान्य से ज्यादा बारिश का पूर्वानुमान जारी किया है।
इसका मतलब यह है कि किसान, बागवान और आम लोग राहत की सांस ले सकते हैं — क्योंकि इस बार भी बारिश भरपूर होने के संकेत हैं।