रायपुर । छत्तीसगढ़ की सभी जेलों में आरएसएस के मुखपत्र पाञ्चजन्य और ऑर्गनाइज़र मैगज़ीन उपलब्ध कराने के आदेश के बाद राजनीतिक घमासान तेज हो गया है। जेल डीजी हिमांशु गुप्ता के निरीक्षण के दौरान यह पाया गया कि जेल पुस्तकालयों में ये पत्रिकाएँ उपलब्ध नहीं थीं, जिसके बाद उन्होंने सभी 33 जेलों में इसे लागू करने का निर्देश दिया। उनका कहना है कि इससे कैदियों को मुख्यधारा से जोड़ने और सुधार प्रक्रिया में मदद मिलेगी।
इस फैसले के बाद से बवाल मचा हुआ है । जहाँ बीजेपी इस फैसले को राष्ट्रवाद को बढ़ावा देने वाला बता रही है, वहीं कांग्रेस ने इसे वैचारिक एजेंडा थोपने का आरोप लगाया है। गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि इन पत्रिकाओं में देशभक्ति की बातें होती हैं, जबकि कांग्रेस नेता विकास उपाध्याय ने महात्मा गांधी और नेहरू की जीवनी पढ़ाने की मांग की। इस फैसले को लेकर सियासी आरोप-प्रत्यारोप जारी हैं और इसे सरकार की नई विचारधारा थोपने की कोशिश बताया जा रहा है।