रायपुर। पूर्व मंत्री कवासी लखमा को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 2100 करोड़ के शराब घोटाले के मामले में गिरफ्तार किया है। आरोप है कि लखमा, जो छत्तीसगढ़ सरकार में आबकारी मंत्री रहे, ने इस अवैध गतिविधि को रोकने के लिए कोई कदम नहीं उठाया।
ईडी के अनुसार, वह शराब सिंडिकेट का हिस्सा थे और उनके निर्देशों पर प्रक्रिया में हेरफेर किया गया। एजेंसी का दावा है कि 2019-2022 के दौरान लखमा को घोटाले से हर महीने 2 करोड़ रुपये की अवैध आय प्राप्त होती थी।ईडी का कहना है कि लखमा ने ऐसे नियम लागू किए जिससे शराब सिंडिकेट को फायदा हुआ। लखमा ने अपने खिलाफ लगे आरोपों को खारिज करते हुए इसे झूठा मामला बताया।
उन्हें रायपुर में पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया और 21 जनवरी तक हिरासत में भेजा गया। ईडी के अनुसार, इस घोटाले से छत्तीसगढ़ सरकार को भारी वित्तीय नुकसान हुआ और अपराध से अर्जित धन से अचल संपत्तियों का निर्माण किया गया।