रायपुर। लासपुर में अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय में आयोजित “जनजातीय गौरव” विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी में मध्यप्रदेश के राज्यपाल मंगू भाई पटेल ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। उन्होंने जनजातीय समाज के महत्व और उनके योगदान को रेखांकित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में जनजातीय विकास के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि आदिवासी समाज जल, जंगल और जमीन के संरक्षक हैं, और उनकी जीवनशैली से पर्यावरण संरक्षण के मूल सिद्धांत सीखे जा सकते हैं।
राज्यपाल पटेल ने सिकल सेल बीमारी के मुद्दे पर चर्चा करते हुए इसके समाधान के लिए केंद्र और राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस बीमारी के उपचार और रोकथाम के लिए 15,000 करोड़ रुपये का बजट प्रावधान किया गया है।
संगोष्ठी की अध्यक्षता कुलपति अरुण दिवाकर नाथ वाजपेयी ने की। दीप प्रज्वलन और राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई। इस अवसर पर रामलाल रौतेल, अमर अग्रवाल, धरमलाल कौशिक और बृजेंद्र शुक्ला जैसे विशिष्ट अतिथि उपस्थित थे। राज्यपाल पटेल सहित सात आदिवासी विभूतियों को जनजातीय गौरव सम्मान से सम्मानित किया गया।
सम्मानित व्यक्तियों में कैबिनेट मंत्री रामविचार नेताम, रामलाल रौतेल, डॉ. चंद्रशेखर ऊइके, डॉ. ज्योति रानी सिंह और इतवारी सिंह राज शामिल थे। कार्यक्रम में विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपति, प्राध्यापक, और अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।