भोपाल। मध्य प्रदेश की प्रतिष्ठित बुधनी और विजयपुर विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव का प्रचार आज शाम 6 बजे थम जाएगा। दोनों प्रमुख दल, बीजेपी और कांग्रेस, इन सीटों पर जीत सुनिश्चित करने के लिए पूरे जोर-शोर से जुटे हुए हैं।
बुधनी सीट पर पूर्व सांसद रमाकांत भार्गव बीजेपी के प्रत्याशी हैं, जबकि विजयपुर सीट से बीजेपी की ओर से वन मंत्री रामनिवास रावत मैदान में हैं। बुधनी, केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान का गृह क्षेत्र है, जिस पर उनकी बार-बार उपस्थिति ने राजनीतिक गर्मी बढ़ा दी है। चौहान आज चौथी बार बुधनी में चुनावी सभाएं करेंगे, जबकि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी भी लगातार दोनों सीटों पर सक्रिय हैं।
विजयपुर में एक दिन पहले ही सीएम डॉ. मोहन यादव ने भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में जनसभा की, वहीं विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर भी विजयपुर में डटे हुए हैं। कांग्रेस की ओर से जीतू पटवारी, उमंग सिंघार और दिग्विजय सिंह सहित वरिष्ठ नेता अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए मुकाबले को कांटे का बना रहे हैं।
मतदान 13 नवंबर को होगा, लेकिन भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर के चलते इन सीटों पर चुनाव परिणाम से राज्य में बड़ा राजनीतिक संकेत निकल सकता है।
मध्य प्रदेश की प्रतिष्ठित बुधनी और विजयपुर विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव का प्रचार आज शाम 6 बजे थम जाएगा। दोनों प्रमुख दल, बीजेपी और कांग्रेस, इन सीटों पर जीत सुनिश्चित करने के लिए पूरे जोर-शोर से जुटे हुए हैं।
बुधनी सीट पर पूर्व सांसद रमाकांत भार्गव बीजेपी के प्रत्याशी हैं, जबकि विजयपुर सीट से बीजेपी की ओर से वन मंत्री रामनिवास रावत मैदान में हैं। बुधनी, केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान का गृह क्षेत्र है, जिस पर उनकी बार-बार उपस्थिति ने राजनीतिक गर्मी बढ़ा दी है। चौहान आज चौथी बार बुधनी में चुनावी सभाएं करेंगे, जबकि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी भी लगातार दोनों सीटों पर सक्रिय हैं।
विजयपुर में एक दिन पहले ही सीएम डॉ. मोहन यादव ने भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में जनसभा की, वहीं विधानसभा अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह तोमर भी विजयपुर में डटे हुए हैं। कांग्रेस की ओर से जीतू पटवारी, उमंग सिंघार और दिग्विजय सिंह सहित वरिष्ठ नेता अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए मुकाबले को कांटे का बना रहे हैं।
मतदान 13 नवंबर को होगा, लेकिन भाजपा और कांग्रेस के बीच कड़ी टक्कर के चलते इन सीटों पर चुनाव परिणाम से राज्य में बड़ा राजनीतिक संकेत निकल सकता है।