यूपी। उत्तर प्रदेश पुलिस में डिप्टी सुपरिंटेंडेंट पद पर काम करने वाले एक अफसर को अब कांस्टेबल की नौकरी करनी पड़ेगी और उनके खिलाफ विभागीय कार्यवाही करते हुए अधिकारियों ने कांस्टेबल बनाकर बटालियन में तैनात कर दिया है। मीडिया खबरों के तहत डीएसपी को कांस्टेबल बनाए जाने की सजा एक महिला आरक्षक के साथ होटल में रंगरलिया मनाने पर दी गई है।
उन्नाव जिले का था मामला
खबरों के तहत उत्तर प्रदेश के कानपुर और उन्नाव से जुड़ा हुआ एक मामला सामने आया था, जहां डिप्टी सुपरिंटेंडेंट के पद पर कार्यरत अफसर विभाग से छुट्टी लेकर घर जाने के लिए निकला था, लेकिन वह घर नहीं पहुंचा और उनका मोबाइल भी बंद आ रहा था। डीएसपी की पत्नी ने पुलिस अधिकारियों से संपर्क किया और स्थित से अवगत कराया था। जिस पर पुलिस अफसर ने डीएसपी का मोबाइल पुलिस का मोबाईल ट्रेस करवाया तो डीएसपी के मोबाईल का लोकेशन एक होटल में पाया गया।
पुलिस अधिकारियों के निर्देष पर एक टीम पुलिस की होटल में पहुची तो डीएसपी को महिला कांस्टेबल के साथ रंगरलिया मानते हुए रंगेहाथ पकड़ लिया था। इस मामले को विभागीय अधिकारियों ने गंभीरता से ले लिया और अब कार्रवाई की गई है।
किया गया डिमोशन
महिला कांस्टेबल के साथ रंगरलिया मानने वाले डीएसपी के मामले में तत्कालीन पुलिस महानिरीक्षक लखनऊ रेंज ने उनके खिलाफ कड़ी कार्यवाही की सिफारिश किए थें और इसका नतीजा है कि डीएसपी के खिलाफ एक्शन लेते हुए उनका डिमोशन कर दिया गया है। वह अब डीएसपी से कांस्टेबल बनाए गए और उन्हें गोरखपुर बटालियन में कांस्टेबल के पद पर तैनात किया गया है।