चारधाम यात्रा। पवित्र तीर्थ स्थलों में चार धाम एवं बाबा अमरनाथ की यात्रा को लेकर तैयारी शुरू हो गई है। जो जानकारी आ रही है उसके तहत चार धाम की यात्रा जहां 10 मई से शुरू होने जा रही वहीं बाबा अमरनाथ के लिए 27 जून को तीर्थ यात्रियों का जत्था जाएगा। जिसके लिए अब रजिस्ट्रेशन भी शुरू हो गया है। खबरों के तहत चार धाम की यात्रा 10 मई से शुरू हो रही है और इसके लिए 15 अप्रैल से रजिस्ट्रेशन शुरू हो गया है। चार धाम यात्रा पंजीयन के लिए वेबसाइट पर लोग अपना पंजीयन करा कर इस तीर्थ यात्रा का लाभ उठा सकते हैं। श्रद्धालुओं के लिए टूरिस्ट डिपार्टमेंट की वेबसाइट, मोबाइल ऐप, व्हाट्सएप नंबर और टोल फ्री नंबर के जरिए रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था बनाई गई है। जिसमें चार धाम यात्रा के लिए पंजीयन अनिवार्य किया गया है।
लाखों की संख्या में पहुंचते हैं श्रद्धालु
चार धाम की यात्रा यानी कि केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम की यात्रा पर प्रतिवर्ष लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते है। ज्ञात हो कि गत वर्ष 74 लाख तीर्थ यात्रियों ने चारों धाम की यात्रा करने के लिए पंजीयन कराया था और 56 लाख यात्रियों ने चार धाम के दर्शन किए थें, दरअसल उत्तराखंड को देवभूमि कहा जाता है। हिमालय पर्वत में हिंदू धर्म के चार पवित्र तीर्थ स्थल जिन्हें चार धाम का नाम दिया गया है। यह चारों धाम उत्तराखंड राज्य के गढ़वाल मंडल में उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग और चमोली जिले में स्थित है।
ऐसे होती है यात्रा
हिंदू धर्म में चार धाम यात्रा को बहुत शुभ माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार चार धाम की यात्रा करने से व्यक्ति के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं और वह जन्म मरण के चक्र से भी मुक्त हो जाता है। यही वजह है कि इन तीर्थ स्थलों का हिंदू धर्म में बहुत ही महत्व है। इस साल केदारनाथ, यमुनोत्री और गंगोत्री के कपाट 10 मई को खुलेंगे तो वहीं बद्रीनाथ के कपाट 12 मई को खुलने जा रहे हैं। चार धाम की यात्रा यमुनोत्री से शुरू होती है फिर गंगोत्री और इसके बाद केदारनाथ के दर्शन करने के बाद तीर्थयात्री बद्रीनाथ धाम में पहुंचकर अपनी यात्रा को पूरी करते हैं।