नई दिल्ली। महाराष्ट्र की सरकार में शामिल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के वरिष्ठ नेता और विधायक नरहरि झिरवाल ने मंत्रालय की तीसरी मंजिल से कूदने की कोशिश की, गनीमत ये रही कि वहां लगी सुरक्षा जाल के कारण उनकी जान बच गई। अजित पवार गुट के विधायक झिरवल को बचाने के लिए सुरक्षाकर्मी मशक्कत करते दिखे। घटना के समय आदिवासी समुदाय के विधायकों और सांसदों के एक समूह मंत्रालय में विरोध प्रदर्शन कर रहा था। पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और झिरवाल को सुरक्षित बाहर निकाला। झिरवाल विधानसभा के उपाध्यक्ष भी हैं।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मुलाकात न होने से नाराज होकर कुछ विधायकों ने यह कदम उठाया। इन विधायकों में नरहरि झिरवाल, बहुजन विकास अघाड़ी के विधायक राजेश पाटिल और भाजपा सांसद हेमंत सवारा भी शामिल थे। यह समाज ST कोटे से आरक्षण देने का विरोध लेकर विरोध कर रहा था।
प्रदर्शनकारियों की मुख्य मांग थी कि पेसा अधिनियम के तहत आदिवासी युवाओं की भर्ती पर लगी रोक को हटाया जाए और अनुसूचित जनजाति (एसटी) कोटे से धनगर समुदाय को आरक्षण देने का विरोध किया जाए। मंत्रालय में इस घटना के समय राज्य कैबिनेट की बैठक चल रही थी। प्रदर्शनकारियों ने सुरक्षा जाल पर चढ़कर विरोध किया, जबकि कुछ अन्य विधायक वहीं धरने पर बैठ गए।
झिरवाल ने चेतावनी दी कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होंगी, वे मंत्रालय नहीं छोड़ेंगे, और जरूरत पड़ी तो राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन शुरू करेंगे।