नई दिल्ली। बांग्लादेश हिंसा में हजारों हिंदू परिवारों के घर उजड़ गए, कईयों की जानें चली गई। हालांकि वहां अंतरिम सरकार का गठन हो गया है लेकिन इसके बाद भी वहां के हिंदू परिवार सुरक्षित नहीं हैं। प्रदर्शनकारी अभी भी अल्पसंख्यक समुदाय को निशाना बना रहे हैं। बांग्लादेश से कई हिंदू परिवार अब वहां से निकल कर भारत में आना चाहते हैं। वहां की हिंसा से तंग आकर वहां अपना बसा बसाया घर संसार छोड़कर हजारों की तादाद में हिंदू समुदाय के लोग भारत-बांग्लादेश सीमा पर मौजूद हैं। वह बीएसएफ से गुजारिश कर रहे हैं की उन्हें भारत में प्रवेश करने दिया जाए।
अपको बता दें कि बंगाल के कूचबिहार के सितालकुची में करीब 1000 बांग्लादेशी जलाशय में खड़े हैं और भारत में प्रवेश की अनुमति मांग रहे हैं। हालांकि, सीमा सीमा सुरक्षा को लेकर बीएसएफ भी अलर्ट है। बीएसएफ अधिकारियों के मुताबिक, यह आजतक का सबसे बड़ा समूह हो जो भारत में घुसने को कोशिश कर रहा है। कूचबिहार के काशियार बरुनी इलाके के पठानटुली गांव से सीमा पर करने वाले लोग पानी में खड़े होकर मिन्नते कर रहे हैं। साथ ही जय श्री राम के नारे लगा रहे हैं। उन्हें ऐसा लग रहा है कि वह भारत में रह कर ही सुरक्षित रह सकते हैं। वहां वो घंटों से इसी इंतजार में खड़े हैं की कब अनुमति मिले और वह अंदर घुस सके।
जबकि बीएसएफ कर्मियों ने इन लोगों को सीमा के जीरो पॉइंट (नो मैन्स लैंड) से 150 गज की दूरी पर बाड़ पार करने से रोक दिया। बीएसएफ जवानों के अनुरोध के बाद भी लोग वापस जाने को तैयार नहीं हैं।