नई दिल्ली। झारखंड के पाकुड़ में एक लड़की का वीडियो वायरल करने वाले आरोपी की पिटाई के बाद वहां हिंसा फ़ैल गई है। लोगों ने पुलिस को निशाना बनाया और जमकर तोड़फोड़ की। इस घटना में कुछ आम नागरिकों के साथ तीन पुलिसवाले भी घायल हुए हैं। वहीं इस मसले पर अब राजनीति भी शुरू हो गई है। बीजेपी का आरोप है कि यहां हिंदुओं को निशाना बनाया गया जिससे उन्हें घर छोड़ कार भागना पड़ा है।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी और सांसद निशिकांत दुबे ने इस घटना के बाद कहा है कि मौजूदा समय में झारखंड के संथाल परगना में कश्मीर जैसे हालात हो गए हैं। हादसे के बाद का वीडियो साझा करते हुए सांसद निशिकांत दुबे ने कहा कि कांग्रेस के शासन में झारखंड का तारानगर इलामी गांव वीरान हो गया। आखिर इसमें दोष क्या था एक नाबालिग लड़की का वीडियो बनाकर एक मुस्लिम उसे ब्लैक मेल कर रहा था। जब इस बात का हिंदुओं ने विरोध किया तो उन्हें गाँव ही छोड़ना पड़ा। पश्चिम बंगाल से बांग्लादेशी घुसपैठिया आ गए। झारखंड पुलिस अब पश्चिम बंगाल के लोगों के हाथों असहाय। संथालपरगना कश्मीर घाटी बनने की राह पर, जहां हिंदू विस्थापित हुए अपने ही देश में।
इसके साथ ही बाबू लाल मरांडी ने भी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, ‘जब रोम जल रहा था, तब नीरो बंसी बजा रहा था। आज के सन्दर्भ में यह बात राज्य के मुख्यमंत्री पर लागू होती है। उनका आरोप है कि मुस्लिमों को संतुष्ट करने के लिए हिंदुओं पर अत्याचार किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि पाकुड़ के तारानगर गांव में नाबालिग युवती का शोषण रोकने के लिए आवाज़ उठाई तो बांग्लादेशी घुसपैठयों ने हिंदुओं के घरों पर हमले कर दिए। ऐसे संवेदनशील मुद्दों पर भी सूबे के मुख्यमंत्री की चुप्पी साबित करती है कि घुसपैठियों को सरकार का मौन समर्थन प्राप्त है ।