नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। आतंकी लगातर सुरक्षाबलों को अपना निशाना बना रहें हैं। सोमवार को डोडा में आतंकियों के साथ हुए मुठभेड़ में घायल एक अधिकारी समेत चार जवान मंगलवार तड़के इलाज के दौरान बलिदान हो गए। कश्मीर के आतंकी संगठन कश्मीर टाइगर्स ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है।
कश्मीर में आतंक मचाने वाले कश्मीर टाइगर्स पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का शैडो ग्रुप है। 9 जुलाई को कठुवा में हुए आतंकी हमले की जिम्मेदारी भी इस संगठन ने ली थी। मिली जानकारी के मुताबिक, ख़ुफ़िया इंटेल पर राष्ट्रीय राइफल्स और जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष अभियान समूह (SOG) के जवानों ने डोडा शहर से लगभग 55 किलोमीटर दूर देसा वन क्षेत्र में धारी गोटे उरारबागी में सोमवार देर शाम एक संयुक्त तलाशी अभियान शुरू किया। उसके बाद आतंकियों ने जवानों पर गोलाबारी शुरू कर दी।
वहां लगभग 20 मिनट तक मुठभेड़ चली जिसमे एक अधिकारी समेत चार जवान बुरी तरह घायल हो गए। उन्हें तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उपचार के दौरान सभी की मृत्यु हो गई। फ़िलहाल डोडा में आतंकियों के साथ मुठभेड़ अब भी जारी है। आपको बता दें कि एक महीने के अंदर जम्मू डिवीजन के डोडा में आतंकियों के साथ मुठभेड़ की यह पांचवीं घटना है। कठुआ में 8 जुलाई को हुए आतंकी हमले में पांच सेना के जवान शहीद हो गए थे।