लोकसभा चुनाव के सात चरणों की वोटिंग खत्म होने के बाद अब पीएम मोदी एक्शन मोड में आ गए हैं. प्रधानमंत्री ने रविवार (2, जून) को नई दिल्ली के लोक कल्याण मार्ग स्थित अपने आवास पर चक्रवात रेमल के प्रभाव की समीक्षा की. बैठक के दौरान प्रधानमंत्री को प्रभावित राज्यों पर चक्रवात रेमल के प्रभाव के बारे में जानकारी दी गई. दरअसल, पीएम मोदी ने मिजोरम, असम, मणिपुर, मेघालय और त्रिपुरा में भूस्खलन और बाढ़ के कारण जानमाल के नुकसान और घरों व संपत्तियों को हुए नुकसान पर भी चर्चा की. बैठक के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत सरकार चक्रवात से प्रभावित राज्यों को पूरा सहयोग देना जारी रखेगी.
पीएम मोदी ने दिया निर्देश
पीएमओ ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने गृह मंत्रालय को स्थिति की निगरानी करने और बहाली के लिए आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए नियमित रूप से मामले की समीक्षा करने का भी निर्देश दिया है. पीएम मोदी ने कहा कि प्रभावित राज्यों की हर संभव मदद की जाएगी.
पीएम मोदी ने पहले भी लिया था जायजा
इससे पहले भी पीएम मोदी ने चक्रवात रेमल के बाद लगातार बारिश के कारण पूर्वोत्तर के राज्यों में आई बाढ़ के मद्देनजर मौजूद स्थिति का जायजा लिया और सभी प्रभावित राज्यों को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया था. प्रधानमंत्री ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि केंद्र सरकार प्रभावित राज्यों की स्थिति पर नजर बनाए हुए है और अधिकारी जमीनी स्तर पर काम कर रहे हैं.
चक्रवात रेमल ने मचाई तबाही
असम में चक्रवात रेमल के प्रभाव के चलते लगातार हुई बारिश के कारण नौ जिलों में दो लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं. बीचे 28 मई से राज्य में बाढ़, बारिश और तूफान की वजह से कुल मिलाकर छह लोगों की मौत हो गई. वहीं, मेघालय के लमस्लम क्षेत्र में भारी बारिश के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग-6 का 20 मीटर हिस्सा बह जाने से बराक घाटी के कछार, करीमगंज और हैलाकांडी जिलों का राज्य के अन्य हिस्सों और पूर्वोत्तर क्षेत्र से सड़क संपर्क टूट गया है. इसके अलावा मणिपुर में चक्रवात रेमल के बाद लगातार बारिश के कारण राज्य में बाढ़ से कुल 1,88,143 लोग प्रभावित हुए हैं.