हेलीकॉप्टर। चुनावी सभा के दौरान मौजूद जनमानस की नजरे अक्सर आसमान की ओर रहती हैं कि चुनावी सभा को संबोधित करने वाले अतिथि का उड़न खटोला कब नजर आएगा और वे मंच से अपना उद्बोधन देंगे। तो वही हेलीकॉप्टर का इस बार के चुनाव में नेताओं ने जमकर उपयोग किया है। जिससे हेलीकॉप्टर ने धुआंधार कमाई की है।
दो तरह से लाभ
चुनाव के दौरान हेलीकॉप्टर के इस्तेमाल का एक अलग तरह से क्रेज रहता है। इसके इस्तेमाल की दो बड़ी वजह है। एक रिमोट एरिया कनेक्टिविटी और दूसरी वजह है कि सभा के दौरान अभी भी हेलीकॉप्टर को लेकर क्रेज है। खासतौर से ग्रामीण क्षेत्रों में हेलीकॉप्टर का अपना ही क्रेज है। हेलीकॉप्टर को देखने वालों की भीड़ एकत्रित होती है। यही वजह है कि चुनावी सभा के दौरान मंच के आसपास हेलीकॉप्टर उतारने के लिए जगह बनाई जाती है।
400 करोड़ तक की कमाई
इस बार देश में हुए लोकसभा चुनाव में पवन हंस, हेलिगो चार्टर, ग्लोबल वेक्ट्रा हेलीकॉप्टर जैसी कंपनियों ने अच्छा बिजनेस किया है। खबरों के तहत कंपनियों ने 350 से लेकर 400 करोड रुपए तक की कमाई चुनाव के दौरान हेलीकॉप्टर में किए हैं। हेलीकॉप्टर की बढ़ती डिमांड का फायदा भी ऑपरेटरों ने उठाया है और इसकी फीस में भी बढ़ोतरी किए थें। सबसे ज्यादा हेलीकॉप्टर की डिमांड सत्ताशीन भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने चुनाव के दौरान किए हैं।
देश में है 170 हेलीकॉप्टर
खबरों के तहत देश में तकरीबन 170 हेलीकॉप्टर है। हेलीकॉप्टर की बुकिंग भाजपा एवं कांग्रेस के लोगों ने चुनाव से 6 माह पूर्व ही करवाई थी। उन्होने चुनाव में हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल किए। सुरक्षित कैंडिडेट सिंगल इंजन वाले हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल ज्यादा किए हैं तो वहीं कैबिनेट मिनिस्टर चार्टर प्लेन का इस्तेमाल किए। जिससे कार्यक्रम पूरा करने के बाद वापस दिल्ली भी लौट सकें।