भोपाल। मध्य प्रदेश परशुराम कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष पंडित विष्णु राजौरिया के एक बयान ने प्रदेश की राजनीति हलचल मचा दी है। रविवार को इंदौर में सनाढ्य ब्राह्मण समाज के परिचय सम्मेलन में उन्होंने कहा कि चार बच्चे पैदा करने वाले ब्राह्मण दंपतियों को एक लाख रुपये का पुरस्कार दिया जाएगा। यह घोषणा उनके निजी बयान के रूप में आई, जिसे बाद में उन्होंने सरकारी निर्णय से अलग बताया।
राजौरिया ने कहा कि ब्राह्मण समाज में घटती जनसंख्या चिंता का विषय है। 1951 की तुलना में ब्राह्मणों की संख्या आधी रह गई है। उन्होंने नवविवाहित ब्राह्मण दंपतियों से अपील की कि कम से कम चार बच्चे पैदा करें। उनके अनुसार, आधुनिक युवा एक या दो बच्चों पर रुक रहे हैं, जिससे समाज के भविष्य पर असर पड़ेगा।
इस बयान को लेकर कांग्रेस ने सरकार पर निशाना साधा। सोमवार को भोपाल में मीडिया से बातचीत में राजौरिया ने स्पष्ट किया कि यह उनका निजी विचार है और इसका सरकार की योजनाओं से कोई संबंध नहीं है। उन्होंने कहा कि ब्राह्मण समाज इस पहल को स्वयं लागू करने में सक्षम है और इसे सामाजिक प्रयास के रूप में देखा जाना चाहिए।
राजौरिया का यह बयान जनसंख्या और सामाजिक संरचना पर बहस का विषय बन गया है, जबकि सरकार ने इससे दूरी बनाए रखी है।