रीवा। पिछले दो दिनों से रीवा समेत सतना, सीधी आदि जिलों में हो रही बारिश के चलते रीवा शहर के बीच से बहने वाली बीहर-बिछिया नदी का जल स्तर तेजी के साथ बढ़ गया है और बीहर नदी का जल स्तर बढ़ने से सबसे ज्यादा प्रभाव हाल ही में बनाए गए बीहर नदी के टापू पर ईको पार्क पर पड़ा है। जानकारी के तहत तकरीबन 60 फ़ीसदी हिस्सा इको पार्क बीहर नदी के पानी में डूब गया। गनीमत रही कि रविवार की सुबह से ही बारिश थम गई अन्यथा पूरा इको पार्क नदी के पानी में लबालब हो सकता था, तो वही अब जिस तरह से बीहर नदी में इको पार्क जलमग्न हुआ उसको लेकर सवाल भी उठने लगे हैं।
जल भराव को देखते रहे लोग
रविवार को बीहर नदी अपने शबाब पर रही और जल स्तर बढ़ने के कारण जहां नदी लबालब हो गई, वहीं बीहर नदी के टापू पर पानी चढ़ जाने के कारण इको पार्क के कई हिस्स डूब गए। इस नजारे को शहर वासी न सिर्फ देखते रहे बल्कि अपने मोबाइल पर फोटो वीडियो भी बनाते हुए नजर आए। ईकों पार्क में नदी का पानी भर जाने को लेकर चर्चा भी करते रहे।
महापौर ने कहा नियम विरुद्ध है
रीवा नगर पालिका के महापौर एवं कांग्रेस नेता अजय मिश्रा बाबा ने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा इको पार्क का व्यवसायीकरण कर दिया गया। उन्होने कंहा कि अभी कंम बारिश में ही पार्क का काफी हिस्सा डूब गया है। अच्छी बारिश हुई तो पूरे पार्क में पानी भर जाएगा। उन्होंने बताया कि टापू को हरियाली युक्त बनाने एवं झोपड़ी नुमा घर बनाने की योजना थी लेकिन उसे व्यावसायिक रूप में उपयोग किया गया और नतीजा सामने है। ज्ञात हो की ईकों पर्यटन विभाग द्वारा बीहर नदी के टापू पर पार्क बनाया गया है जिसमें झूला पुल सहित साइकिलिंग एवं कई अन्य मनोरंजन के संसाधन जुटाए गए है, तो वही बारिश में ऐसे संसाधन बीहर नदी के लहरों में डूबते नजर आ रहे है।