रायपुर। छत्तीसगढ़ में बहुचर्चित शराब घोटाले की जांच तेज़ होती जा रही है। मंगलवार को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल को पांच दिन की रिमांड समाप्त होने के बाद रायपुर स्थित विशेष पीएमएलए अदालत में पेश किया।
ईडी ने चैतन्य को घोटाले से जुड़े लेन-देन, संपर्कों और उसकी कथित भूमिका को लेकर गहन पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था। सूत्रों के अनुसार, पूछताछ के दौरान जांच एजेंसी को कुछ अहम जानकारियाँ हाथ लगी हैं, जिसके आधार पर ईडी ने अदालत से चैतन्य की रिमांड अवधि बढ़ाने की मांग की है।
इस बीच, चैतन्य बघेल के वकील ने अदालत में एक आवेदन दाखिल किया है, जिसमें जेल में सुरक्षा मुहैया कराने, जेलर के कक्ष में सप्ताह में एक बार परिवार से मुलाकात और रोज़ाना वकील से बातचीत की अनुमति देने की मांग की गई है। आवेदन में कांग्रेस नेता आशीष शिंदे पर जेल में हुए हमले का हवाला देते हुए अतिरिक्त सतर्कता बरतने की अपील की गई है।
साथ ही, वकील ने 18 जुलाई से आगामी 45 दिनों तक ईडी दफ़्तर के सीसीटीवी फुटेज को सुरक्षित रखने की मांग भी की है, ताकि किसी भी संभावित अनियमितता की निगरानी की जा सके।
ईडी की जांच और चैतन्य बघेल की भूमिका को लेकर अब अदालत का अगला फैसला अहम माना जा रहा है।