छत्तीसगढ़ में 57,000 शिक्षक भर्ती की मांग को लेकर प्रशिक्षित बेरोजगार युवाओं ने अब विरोध का रचनात्मक और व्यंग्यात्मक तरीका अपनाया है। इस बार कोई ज्ञापन या आम मोर्चा नहीं, बल्कि विरोध एक प्रतीकात्मक विवाह आयोजन के रूप में किया जाएगा। इस कार्यक्रम में डीएड और बीएड डिग्रीधारी युवा ‘शिक्षक भर्ती’ की बारात निकालेंगे। इसके जरिए वे सरकार के अधूरे वादों और बेरोजगारी की पीड़ा को रचनात्मक शैली में सामने रखेंगे।
बेरोजगार युवाओं के अनुसार यह आयोजन अगस्त के अंतिम सप्ताह में रायपुर में किया जाएगा। यह प्रतीकात्मक बारात राजधानी रायपुर के विभिन्न इलाकों से होते हुए भाजपा प्रदेश कार्यालय तक पहुंचेगी। युवाओं का कहना है कि यह मजाक नहीं, बल्कि सरकार की चुनावी गारंटियों पर एक तीखा व्यंग्य है, क्योंकि अब तक केवल घोषणाएं हुई हैं, लेकिन रोजगार नहीं मिला।
इस आयोजन से पहले बेरोजगार युवा एक कावड़ यात्रा भी निकालेंगे, जिसकी योजना और रूपरेखा तैयार की जा रही है। यह यात्रा भी प्रतीकात्मक होगी और सरकार को उसके वादों की याद दिलाने का माध्यम बनेगी।
इस अनोखे विरोध प्रदर्शन का एक ‘विवाह निमंत्रण पत्र’ भी इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो चुका है। इसमें वर-वधु के स्थान पर ‘गरीब मध्यम परिवार’ और ‘डीएड/बीएड कॉलेज’ को दर्शाया गया है। बारात ‘विधानसभा घोषणा पत्र’ से निकलेगी और ‘घर-परिवार-समाज का भविष्य’ इसकी संतान के रूप में दिखाया गया है।
इस अभिनव विरोध के जरिए युवा सरकार से शिक्षक भर्ती जल्द शुरू करने की मांग कर रहे हैं।