
रायपुर। छत्तीसगढ़ में अवैध रूप से रह रहे पाकिस्तानी और बांग्लादेशी नागरिकों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की तैयारी शुरू हो गई है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के निर्देश पर आज उप मुख्यमंत्री और गृह मंत्री विजय शर्मा की अहम बैठक होने जा रही है। गृह मंत्री विजय शर्मा ने जानकारी दी कि प्रदेश में संदेहास्पद तरीके से रह रहे विदेशी नागरिकों की पहचान कर उन्हें जल्द से जल्द डिपोर्ट किया जाएगा।
गृह मंत्री ने बताया कि कुछ संदिग्धों को हिरासत में भी लिया गया है और दस्तावेजों की गहन जांच चल रही है। चर्चा के दौरान विजिटर, मेडिकल और लांग टर्म वीजा पर आए पाकिस्तानियों के मामलों पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा। केंद्र सरकार के मार्गदर्शन में आगामी कदम तय किए जाएंगे।
गौरतलब है कि हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द कर दिए हैं। अब 27 अप्रैल के बाद पाकिस्तानी नागरिकों का वीजा वैध नहीं रहेगा, जबकि मेडिकल वीजा धारकों को 29 अप्रैल तक की मोहलत दी गई है।
सूत्रों के अनुसार, छत्तीसगढ़ में लगभग 2000 पाकिस्तानी नागरिक मौजूद हैं, जिनमें से 1800 से अधिक रायपुर में ही बसे हुए हैं। इनमें अधिकतर सिंधी समुदाय से जुड़े हैं, जो रिश्तेदारों से मिलने, इलाज या धार्मिक कार्यों के लिए भारत आए थे। सड्डू, महावीरनगर, बोरियाकला और माना रोड जैसे इलाकों में इनका बड़ा जमावड़ा है।
केंद्र सरकार ने स्पष्ट किया है कि दीर्घकालिक वीजा पर रह रहे हिंदू पाकिस्तानी नागरिकों को देश छोड़ने की आवश्यकता नहीं होगी। हालांकि अन्य वीजा धारकों को तय समयसीमा में भारत छोड़ना अनिवार्य है।