रायपुर। राज्य के 14 नगर निगमों में महापौर, 54 नगर पालिकाओं और 124 नगर पंचायतों में अध्यक्ष पद के आरक्षण की प्रक्रिया मंगलवार को पूरी हुई। दीनदयाल ऑडिटोरियम में कुल 192 नगरीय निकायों के लिए लॉटरी के माध्यम से आरक्षण तय किया गया। इस बार रायपुर, कोरबा और बीरगांव में सामान्य वर्ग की महिलाएं, रिसाली में अनुसूचित जाति और दुर्ग में अन्य पिछड़ा वर्ग की महिलाएं महापौर बनेंगी।
14 नगर निगमों में से केवल 10 में चुनाव होंगे, क्योंकि रिसाली, भिलाई, बीरगांव और भिलाई-चरोदा में कार्यकाल दिसंबर 2025 में पूरा होगा। भिलाई, बिलासपुर और भिलाई-चरोदा महापौर का पद ओबीसी के लिए आरक्षित है। रायगढ़ में अनुसूचित जाति और अंबिकापुर में अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षण तय हुआ।
नगर पालिकाओं में 27 अनारक्षित सीटों में से नौ महिलाओं के लिए हैं। अनुसूचित जाति के लिए छह, अनुसूचित जनजाति के लिए आठ और ओबीसी के लिए 13 सीटें आरक्षित हैं। नगर पंचायतों में 20 सीटें अनुसूचित जाति, 16 अनुसूचित जनजाति और 26 ओबीसी के लिए आरक्षित की गई हैं। इनमें से सात, पांच और नौ सीटें क्रमशः महिलाओं के लिए हैं।
रायपुर में लगातार दूसरी बार महिला महापौर चुनी जाएगी। भाजपा और कांग्रेस के संभावित दावेदारों में मीनल चौबे, सरिता दुबे, दीप्ति दुबे और किरणमयी नायक के नाम चर्चा में हैं। चुनावी माहौल बन चुका है, और नेता महिलाओं के लिए आरक्षित सीटों पर परिवार की महिलाओं को उतारने की रणनीति बना रहे हैं।